रांची: उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिलक्यारा सुरंग में फंसे झारखंड के 15 श्रमिकों को झारखंड सरकार हवाई मार्ग से लाएगी। सुरंग के अंदर कुल 41 मजदूर फंसे हुए हैं, जिनमें से 15 मजदूर झारखंड के अलग-अलग जिलों के हैं।
राज्य सरकार के संयुक्त श्रम आयुक्त राजेश प्रसाद ने बताया कि झारखंड सरकार की एक टीम उत्तरकाशी में तैयार है। डाक्टरों द्वारा चिकित्सकीय रूप से फिट घोषित किए जाने के बाद श्रमिकों को देहरादून से रांची तक हवाई मार्ग से ले जाया जाएगा। उत्तरकाशी में सिल्कयारा सुरंग ढहने वाली जगह पर बचाव अभियान तेज हो गया है, जहां 41 मजदूर फंसे हुए हैं।
लगभग 67 प्रतिशत ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है, जिसमें 45 मीटर तक पाइप डाले गए हैं। बुधवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर यह जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर घटना के बाद तत्काल तीन वरीय अधिकारियों की टीम को घटनास्थल पर रवाना कर दिया गया था।ये अधिकारी वहीं कैंप कर रहे हैं और लगातार स्थानीय अधिकारियों से समन्वय बनाए हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने फंसे लोगों को हर संभव सहायता का निर्देश दिया है। अधिकारी राहत अभियान चलने तक वहीं रुकेंगे। इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत ने उत्तरकाशी में फंसे मजदूरों को लेकर सरकार की संवेदना पर सवाल उठाया है। सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा है कि सिर्फ खाना-पानी देने से नहीं होगा।
मजदूरों की मानसिक स्थिति क्या होगी, ये भी समझने की जरूरत है। ऐसी परियोजनाओं में सुरक्षा का ख्याल रखना जरूरी है। ये पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें कई लोगों की जान भी जा चुकी है। झारखंड के अधिकारी उत्तरकाशी में मजदूरों के बाहर निकलने का इंतजार कर रहे हैं।