नई दिल्ली. कांग्रेस (Congress) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) का समापन श्रीनगर में हो चुका है. भारत जोड़ो यात्रा के अंत में विपक्षी एकता को लेकर कांग्रेस की उम्मीदों को यहां झटका लगा है. कांग्रेस को यात्रा के समापन के दौरान विपक्षी नेताओं की लंबी कतार की उम्मीद थी. लेकिन सोमवार को पार्टी को निराशा हाथ लगी. पार्टी ने समापन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए करीब 23 दलों को आमंत्रित किया था, लेकिन केवल 8 दलों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने 23 राजनीतिक दलों के प्रमुखों को समापन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था. लेकिन केवल कुछ नेताओं ने श्रीनगर के कार्यक्रम में भाग लिया. कांग्रेस की उम्मीद थी कि जिन पार्टियों को आमंत्रित किया गया है, वे श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले समारोह में अपने प्रतिनिधियों को भेजेंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
गायब रही बिहार की पार्टियां
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने पहले कहा था कि आप 30 तारीख को श्रीनगर में देखेंगे. यहां बैठक में भारत जोड़ो यात्रा समाप्त होने के बाद साल 2024 के चुनावों के संदर्भ में अगला कदम क्या उठाया जाना है उस पर चर्चा होगी. जयराम रमेश के इस बयान से इतर श्रीनगर में कुछ और ही देखने को मिला.
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा से बिहार के दो राजनीतिक पार्टी का गायब रहना चर्चा का विषय बना रहा. बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (JDU) और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) दोनों ही श्रीनगर नहीं पहुंचे. इसके नेता भी इस यात्रा में शामिल नहीं हुए थे. खास बात यह है कि JDU और RJD बिहार में महागठबंधन सरकार में कांग्रेस के साथ हैं.