कच्चे तेल की कीमतों में मंगलवार को 0.5% से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई. पिछले सप्ताह रूस के यूक्रेन पर आक्रमण शुरू होने के बाद कच्चे तेल के दाम सात साल के उच्च स्तर से नीचे थे. यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से एक यूरोपीय देश पर सबसे महत्वपूर्ण हमला है.
बता दें, वैश्विक वित्तीय बाजार मंगलवार को कई दिनों के उतार-चढ़ाव के बाद रुक गए, सोना थोड़ा फिसल गया, निवेशक वेट एंड वाच के मोड में थे.
आपूर्ति में कमी को लेकर चिंताएं तब बढ़ गई हैं, जब बीपी और शेल सहित महत्वपूर्ण तेल और गैस कंपनियों ने रूसी परिचालन और संयुक्त उद्यमों से बाहर निकलने की योजना की घोषणा की है.