नई दिल्लीः अगर आप पीएफ खाताधारक हैं तो फिर यह खबर आपके बड़े ही काम आने वाली है, क्योंकि सरकार ने एक चौंकाने वाला ऐलान कर दिया है। पिछले काफी दिनों से चर्चा थी कि केंद्र सरकार अब जल्द ही ब्याज की दरों में बढ़ोतरी कर सकती है, जिसे लेकर एक नई जानकारी सामने आई है। सरकारी आदेश के मुताबिक, वित्तीय साल 2021-22 के लिए पीएफ कर्मचारियों को मिलने वाली ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। यह बात श्रम एंव रोजगार मंत्री रामेश्वर तेली ने राज्यसभा में कही है। सरकार ने बीते दिनों पीएफ कर्मचारियों के लिए 8.1 फीसदी ब्याज देने का ऐलान किया है, जिससे करीब 6 करोड़ से ज्यादा कर्मचारी लाभान्वित होंगे।
राज्यसभा में सरकार ने दी बड़ी जानकारी
जानकारी के लिए आपको बता दें कि सदन में रामेश्वर तेली से ये सवाल पूछा गया था कि क्या सरकार कर्मचारी भविष्य निधि जमा राशि पर ब्याज की दर को बढ़ाने पर पुनर्विचार कर रही है? इस पर लिखित जवाब देते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि ब्याज दर पर पुनर्विचार करने का कोई प्रस्ताव नहीं है। आगने उन्होंने बताया कि पीएफ खाते पर मिलने वाली ब्याज दर में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी।
वहीं, श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने यह भी कहा कि ईपीएफ की ब्याज दर अन्य तुलनीय योजनाओं जैसे सामान्य भविष्य निधि (7.10 प्रतिशत), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (7.40 प्रतिशत) और सुकन्या समृद्धि खाता योजना (7.60 प्रतिशत) से ज्यादा है। रामेश्वर तेली के मुताबिक, छोटी बचत योजनाओं से पीएफ पर मिलने वाला ब्याज आज भी ज्यादा है। ऐसे में ब्याज दर बढ़ोतरी पात्र सरकार कोई विचार नहीं करेगी. आपको बता दें कि ईपीएफ पर ब्याज दर 8.10 प्रतिशत देने को मंजूरी मिली है।
मंत्री ने कही बड़ी बात
रामेश्वर तेली के अनुसार पीएफ पर मिलने वाला ब्याज दर ईपीएफ द्वारा अपने निवेश से प्राप्त आय पर निर्भर है। ऐसी आय को केवल ईपीएफ योजना, 1952 के अनुसार ही वितरित किया जाता है। रामेश्वर तेली ने यह भी कहा कि सीबीटी और ईपीएफ ने 2021-22 की खातिर 8.10 प्रतिशत ब्याज दर की सिफारिश की थी जिसे सरकार द्वारा मंजूर कर लिया गया है। इस बार पीएफ पर 8.10 की दर से ही ब्याज मिलेगा।