*संवाददाता : सुमित जालान*
गौरेला पेंड्रा मरवाही: जिले में आदिवासियों के विकास एवं उत्थान के लिए बनाया गया आदिवासी विकास विभाग आदिवासियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। आदिवासी विकास विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों में छात्र भगवान भरोसे ही रह रहे हैं।
जिले के कलेक्टर कार्यालय के ठीक सामने स्थित गुरुकुल खेल परिसर में छात्रावास का एक छात्र बीते रविवार को छात्रावास के अंदर दीवार पर ओवरहेड टैंक भरने के लिए लगाई गई वर्षों पुरानी लोहे के पाइप पर चढ़ रहा था। तभी अचानक लगभग 25 फीट ऊपर दो पाइप में से एक पाइप टूट गया और छात्र दूसरी पाइप पर फिसलता हुआ सीधे जमीन पर आ गिरा। इतनी ऊंचाई से गिरने पर छात्र के दोनों पैरों एवं कमर में गंभीर चोट आई।
छात्रों ने मौके से नदारद अधीक्षक को फोन पर सूचना दी। जब वह छात्रावास पहुंचे और जिला चिकित्सालय लाया गया। जहां उसका इलाज किया गया। इस पूरे घटना को आदिवासी विकास विभाग ने प्रशासन के उच्च अधिकारियों से दबा कर रखा है।
वहीं, दीवार से गिरने के बाद छात्रावास के कक्षा 10वीं में पढ़ने वाले छात्र रविंद्र सिंह को प्राथमिक उपचार दिलाकर पैरों में प्लास्टर बंधवा कर उसके घर दूर वनांचल बस्ती बगरा छोड़ दिया गया। जब आज शनिवार को छात्र फिर से जिला अस्पताल उपचार के लिए पहुंचा तो पूरा मामला सामने आया।