नई दिल्ली : न्यूजीलैंड की ग्रेग बार्कले को सर्वसम्मति से एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद का नया चेयरमैन चुन लिया गया। ग्रेग बार्कले का यह दूसरा कार्यकाल है। इसके अलावा बीसीसीआई के सचिव जय शाह को भी आईसीसी में ताकतवर पद मिला है। जय शाह वित्त और वाणिज्य मामलों की समिति के प्रमुख होंगे।
बार्कले का कार्यकाल 2 वर्षों का होगा। जिंबाब्वे के तावेंग्वा मुकुहलानी ने अपना नाम वापस ले लिया था जिसके बाद से बार्कले को निर्विरोध चुना गया। आईसीसी की ओर से इस बात की पुष्टि भी कर दी गई है। अपनी नियुक्ति के बाद बार्कले ने यह भी कहा है कि आईसीसी का फिर से चेयरमैन चुना जाना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं समर्थन करने वाले लोगों को शुक्रिया करना चाहूंगा।
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आपको बता दें कि बार्कले पहली बार 2020 में आईसीसी के चेयरमैन बने थे। इससे पहले भी न्यूजीलैंड क्रिकेट के चेयरमैन और 2015 में आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप के निदेशक भी रह चुके हैं। बार्कले को बीसीसीआई का भी समर्थन हासिल था। हालांकि, पहले खबर आई थी कि सौरव गांगुली को इस पद के लिए आगे किया जा सकता है।
लेकिन ऐसा हुआ नहीं। इसको लेकर देश में राजनीति भी खूब हुई। बात अगर जय शाह की करें तो शाह को आईसीसी की सबसे महत्वपूर्ण समिति की अध्यक्षता की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। यह समिति सभी बड़े वित्तीय नीतिगत फैसले करती है जिसके बाद आईसीसी बोर्ड इन्हें मंजूरी देता है।
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सूत्रों ने बताया कि प्रत्येक सदस्य ने जय शाह को वित्त एवं वाणिज्यिक मामलाों की समिति के प्रमुख के तौर पर स्वीकार कर लिया। आईसीसी चेयरमैन के अलावा यह समान रूप से ताकतवर उप समिति है। इस समिति के काम में सदस्य देशों के बीच राजस्व साझा करना शामिल है।
वित्त एवं वाणिज्यिक मामलों की समिति का प्रमुख हमेशा आईसीसी बोर्ड सदस्य होता है और शाह का चुना जाना स्पष्ट करता है कि वह आईसीसी बोर्ड में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस समिति के प्रमुख का पद एन श्रीनिवासन के दौर में भारत का हुआ करता था लेकिन शंशाक मनोहर के आईसीसी चेयरमैन के कार्यकाल में बीसीसीआई की ताकत काफी कम हो गयी थी।