अहमदाबाद: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुजरात में आगामी विधानसभा चुनावों में जिन 38 मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया है उनमें मोरबी के विधायक समेत राज्य के पांच मंत्री शामिल हैं। मोरबी के विधायक और श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री बृजेश मेरजा का नाम भाजपा द्वारा बृहस्पतिवार को जारी की गयी 160 उम्मीदवारों की सूची में शामिल नहीं है।
गौरतलब है कि मोरबी में पिछले महीने पुल ढहने की घटना में 135 लोगों की मौत हो गयी थी। कच्छ जिले में 2012 और 2017 में भुज सीट से जीतने वाली गुजरात विधानसभा अध्यक्ष नीमाबेन आचार्य को भी पार्टी ने इस बार टिकट नहीं दिया है। भाजपा ने गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए एक तथा पांच दिसंबर को होने वाले मतदान के लिए 160 उम्मीदवार की अपनी पहली सूची बृहस्पतिवार को जारी की।
पार्टी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को उनके निर्वाचन क्षेत्र घाटलोढ़िया से उम्मीदवार बनाया है तथा कई मौजूदा विधायकों के टिकट काटे हैं।
मौजूदा मंत्रिमंडल से भाजपा ने राज्य के संसदीय एवं विधायी मामलों के मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री प्रदीप परमार, श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री बृजेश मेरजा, परिवहन राज्य मंत्री अरंिवद रयानी तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री आर सी मकवाना को टिकट नहीं दिया है।
त्रिवेदी से कुछ महीने पहले अहम राजस्व विभाग भी ले लिया गया था। भाजपा के जिन 38 विधायकों को इस बार टिकट नहीं दिया गया है उनमें पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी तथा 2017 से 2021 तक उनके मंत्रिमंडल का हिस्सा रहे सात विधायक भी शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने सितंबर 2021 में रुपाणी तथा उनके पूरे मंत्रिमंडल को बदल दिया था। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में पूरी तरह नए मंत्रिमंडल का गठन किया गया था।
पिछले मंत्रिमंडल के जिन सदस्यों को इस बार उम्मीदवार नहीं बनाया गया है उनमें पूर्व मुख्यमंत्री रुपाणी, पूर्व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और पूर्व मंत्री आरएस फालदू, भूपेंद्रंिसह चुडासमा, सौरभ पटेल, कौशिक पटेल, वासन अहिर और धमेंद्र ंिसह जडेजा शामिल हैं।
रुपाणी तथा नितिन पटेल ने बुधवार रात को घोषणा की थी कि वे अगले महीने होने वाला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। भूपेंद्रंिसह चुडासमा और प्रदीप ंिसह जड़ेजा ने भी एलान किया था कि वे आगामी चुनावों के लिए टिकट नहीं मांगेंगे।