बालोद। वर्तमान में हमारे बालोद जिला क्षेत्र के अंतर्गत अधिकांशतः ग्रामों में यह देखने को मिल रहा कि 80 रुपए का देशी शराब ग्रामीण क्षेत्रों में शराब कोचिये के द्वारा 120 रुपए में खुलेआम बेचते और खरीदते नजर आता है।
आसान पूर्वक अवैध शराबो की बिक्री के चलते संध्याकालीन ग्राम का माहौल बिगड़ते हुए स्पष्ट प्रतीत होता है। रोड में मतवारो की भीड़ की वजह से राह चलते राहगीरों व उक्त स्थान से गुजरने वाली महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है,
चारवाही, भेंडिया नवागांव में बुजुर्गों व ग्रामीण प्रमुखों द्वारा ग्राम स्तर पर बैठक आहूत कर अवैध शराब बेचने वालो पर दंडात्मक कार्यवाही व आर्थिक दण्ड लेने का प्रावधान लिया गया उसके उपरान्त अब शराब कोचिए ग्राम में शराब न बेचकर आस पास के ग्रामों में बेचते नजर आते हैं।
सुध लेने वाला कोई नही
शराब की अवैध बिक्री हो रहा इस सन्दर्भ में ग्राम प्रमुखों व बालोद थाना प्रभारी को जानकारी होने के बावजूद भी शराब कोचिए पर उचित कार्यवाही न करना समझ से परे हुए है।
घट चुके हैं अनेकों घटनाए
गांव-गांव में अवैध शराब मिलने से शराबी लोग अपने बीवी बच्चों की डर से और मुख्य कारण दोस्तों से मौज मस्ती के चक्कर में घर में नशापान न कर सार्वजनिक जगहों, चखना दुकानों, रोड के बगल में या नहर पार में झुण्ड बनाकर देशी, विदेशी शराब पीते है, कुछ शराबियों की नशा अधिक होने के उपरान्त शराब की बोतलों को रोड में या नहर पार में तोड़ फोड़ कर फेंक देते हैं जिनसे अप्रिय घटना घटने की आशंका हमेशा बनी हुई रहती हैं।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शराबियों के द्वारा नशे की हालत में तोड़ी गई बोतल की कांच से पैरों में गड़ने की शिकायत, गाड़ी पंचर की शिकायत और राह चलते राहगीरों को गाली गलौच करने की शिकायत मिलना आम बात हो गई हैं,