रांची : झारखंड से एक बड़ी खबर सामने आ रही है दरअसल आयकर विभाग की रेड में 2 करोड़ नगद मिले हैं। 100 करोड़ रुपए के निवेश और लेनदेन के डॉक्यूमेंट मिले हैं। एक ग्रुप के पास लौह अयस्क का बेहिसाब स्टॉक पाया गया है। आईटी की टीम ने 4 नवंबर को दो कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह और प्रदीप यादव के अलावा इनके करीबी समूहों के ठिकानों पर छापे पड़े थे। नगदी किसके यहां से मिला है, इसका खुलासा आयकर विभाग ने अभी नहीं किया है।
झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के 70 जगहों पर छापेमारी की गई थी। इसमें कोयला व्यापारी, परिवहन, लौह अयस्क और स्पंज आयरन के प्रोडक्शन में शामिल कंपनियां थी। इस छापे में 2 करोड़ रुपए नकद, 100 करोड़ रुपए के बेहिसाब निवेश और लेनदेन का खुलासा किया है। इस छापेमारी में कुल 16 बैंक लॉकरों को तलाशी ली गई है।
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मिली जानकरी के मुताबिक इस छापेमारी में झारखंड कांग्रेस के दो दिग्गज विधायकों जयमंगल सिंह और प्रदीप यादव के घर पर भी छापेमारी हुई थी। इसके अलावा बेरमो के कोयला कारोबारी अजय कुमार सिंह व लक्की सिंह, गोड्डा के होटल स्काई ब्लू के मालिक श्यामाकांत यादव, दुमका नप उपाध्यक्ष सह पीएचईडी ठेकेदार विनोद कुमार लाल, रांची के पूर्व बीडीओ सह पूर्व खनन पदाधिकारी आनंद मोहन ठाकुर, कारोबारी शाह ब्रदर्स के राजकुमार शाह के यहां कार्रवाई हुई थी। ये छापे रांची, गोड्डा के साथ- साथ बेरमो, दुमका, जमशेदपुर, चाईबासा, पटना, गुरुग्राम और कोलकाता में फैले 70 से अधिक परिसरों में तलाशी ली गई थी।
आयकर विभाग ने छापेमारी के दौरान फोन, लैपटॉप और कंप्यूटर की जांच की। तलाशी के दौरान यह भी पता चला है कि कई लोगों ने अचल संपत्तियों में निवेश किया गया है, जिसके स्रोत का पूरी तरह से खुलासा नहीं किया जा सका है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने बयान में बताया है कि तलाशी अभियान में यह भी पता चला कि सिविल अनुबंधों में शामिल समूहों में से एक खाते की पूरी जानकारी के लिए ठीक से एंट्री तक नहीं रखता। एकमुश्त कच्चे माल की खरीद कर अपने गैर-वास्तविक लेनदेन में एंट्री कर अपने खर्चों को बढ़ाकर दिखा रहा है।
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एक ग्रुप के पास भारी मूल्य के लौह अयस्क का बेहिसाब स्टॉक पाया गया है। यह स्टॉक कुल कितना है इसका आकलन अब तक नहीं किया जा सका है। इस कंपनी ने कई मुखौटा कंपनियों के माध्यम से बेहिसाब संपत्ति जमा की है। शेयर बाजार में भी निवेश किया है। इस ग्रुप से जुड़े लोगों ने यह भी स्वीकार किया है कि किसी भी सहायक दस्तावेज का सत्यापन नहीं किया था।
बेरमो से कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने बताया कि 21 नवंबर को आयकर ने दफ्तर बुलाया है। उन्होंने कहा, अगर आईटी टीम उन्हें बुलाती तो वे सारे दस्तावेज उपलब्ध करा सकते हैं। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अनूप सिंह ने बताया कि उनके फोन के दस्तावेज आईटी टीम अपने साथ ले गई है। चर्चा यह भी थी कि आयकर विभाग की टीम को छापेमारी के अंतिम दिन अनूप सिंह के रिश्तेदार अंकित सिंह और उनकी कंपनी के निदेशक वागेश चौधरी के यहां से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं।