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कोरबा : आईपीएस संतोष सिंह की कार्यपद्धति जिले के लिए बेहद कारगर,नशे व अपराध पर लगातार हो रही कार्यवाही

अरविन्द शर्मा

छत्तीसगढ़/कोरबा : राज्य के जिला कोरबा में इन दिनों आईएसीपी अवार्ड से सम्मानित एसपी संतोष सिंह अपनी सेवाएं दे रहे हैं,जिले में इनकी आमद से पुलिसिया व्यवस्था बेहतर होने के साथ आमजन के लिए सुकून भरी साबित हो रही है।जिले के अधिकांश इलाको में नशे के कारोबार सहित अपराध जगत पर जमकर अंकुश नजर आ रहा है।बता दे कि 2011 बैच के आईपीएस संतोष सिंह अपनी बेहतद कार्यप्रणाली व पुलिस विभाग में नई तकनीकियों से जाने जाते हैं,जिनका स्थानांतरण राजनांदगांव से सीधे जिला कोरबा किया गया है।इन्होंने राज्य का नाम अमेरिका में भी रौशन किया है।

राज्य सरकार द्वारा जारी भारतीय पुलिस सेवा के स्थानांतरण आदेश पर जिला कोरबा में आईपीएस संतोष सिंह की पदस्थापना हुई है जहां इन्होंने पदभार ग्रहण करते ही सभी थाना चौकी प्रभारियों की बैठक सुनिश्चित कर जिले में नशे के कारोबार व अपराध की रोकथाम हेतु उचित दिशा निर्देश जारी कर पुलिसिया व्यवस्था बेहतर करने के कड़े निर्देश जारी किए। वही आईपीएस संतोष सिंह के निर्देशानुसार थाना प्रभारियों द्वारा लगातार इलाके में नशे पर अंकुश लगाने के साथ अपराधियों की धरपकड़ बड़े पैमाने पर की जा रही है।

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जिले के अधिकांश इलाको में नशे के कारोबार ने दम तोड़ दिया है वही असामाजिक तत्वों सहित अपराधियों में पुलिस का ख़ौफ़ साफ देखा जा सकता है।आईपीएस संतोष सिंह की आमद से जिले में फरियादियों की सुनवाई बेहतर होने के साथ कारगर नजर आ रही है,जहां फरियादियों की समस्याओं पर त्वरित संज्ञान लेते हुए सीधे कार्यवाही की जा रही है तथा अपराध में लिप्त आरोपियों को सीधे जेल भेजा जा रहा है।

पिछले दिनों आईपीएस संतोष सिंह ने पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल करते हुए कई थाना प्रभारियों की तबादला सूची जारी की थी,जो सिस्टम का हिस्सा भी माना जाता है बहरहाल इस तबादला सूची के पीछे आंकलन लगाए जा रहे हैं नेशनल हाइवे 130 कटघोरा से अम्बिकापुर के बीच ग्राम मड़ई में दिल दहला देने वाले बस दुर्घटना में 4 लोगो की दर्दनाक मौत हो गई थी जिसका कारण हाइवे किनारे बेतरतीब ढंग से खड़े वाहन व बसों की बेहिसाब रफ्तार को माना जा रहा है, लिहाजा आईपीएस संतोष सिंह ने हृदय विदारक घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कई थाना प्रभारियों को इधर से उधर कर व्यवस्थाओं को सुदृढ करने कड़े निर्देश जारी किए।आईपीएस संतोष सिंह आमजन की सुरक्षा के साथ नगर की व्यवस्थाओं में लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नही करते।

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आईपीएस संतोष सिंह पुलिस विभाग में कुशल नेतृत्व व नए नए प्रयोग तथा पुलिस विभाग में बेहतर बदलाव के लिये जाने जाते हैं जिसके लिए इन्हें आईएसीपी अवार्ड से सम्मानित किया गया है।ये 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी है जो मूलरूप से उत्तरप्रदेश के जिला गाजीपुर अंतर्गत देवकली के रहने वाले हैं इनकी स्कूली शिक्षा नवोदय विद्यालय से शुरू हुई और आगे बीएचयू से राजनीति विज्ञान में उच्च डिग्री हासिल किए तथा जेएनयू दिल्ली से एमफिल किये।

उसके बाद सिविल सर्विस की पढ़ाई कर क्वालीफाई किये।इनकी पहली पोस्टिंग दुर्ग में रही।वर्ष 2014 से 2016 तक घोर नक्सली छेत्र सुकमा में बतौर एएसपी के पद पर कार्यरत रहे।उसके बाद नारायणपुर,महासमुंद,रायगढ़ जैसे जिलों में एसपी के रूप में अपनी सेवाएं देने के बाद राजनांदगांव में पदस्थ थे जहां से इनका स्थानांतरण जिला कोरबा में किया गया है।जहाँ जिला कोरबा में इनकी पदस्थापना बाद से यहाँ की पुलिसिया व्यवस्था बेहतर नजर आ रही है।लगातार अपराध व नशे के कारोबार पर अंकुश व कार्यवाहियों का सिलसिला नजर आ रहा है।वही जिले में आईपीएस संतोष सिंह के कार्यपद्धति की जमकर प्रसंशा हो रही है।

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