Madhya Pradesh : मध्य प्रदेश के रतलाम में एक ही मुस्लिम परिवार के 55 सदस्यों ने अपना धर्म त्यागकर हिन्दू धर्म अपना लिया। परिवार के सदस्यों ने बताया कि 3 पीढ़ियों के बाद उनकी हिन्दू धर्म में वापसी हुई है। हालांकि इन लोगों ने ये भी कहा कि वो कभी मुस्लिम धर्म की मान्यताओं को मानते ही नहीं थे वो न ही कभी नमाज पढ़ते थे और न ही कभी मस्जिद जाते थे।
इस परिवार के सदस्यों ने बताया कि वो घुमक्कड़ी जीवनशैली में अपना जीवनयापन कर रहे थे घूम-घूम कर मांग कर खाते थे। बस यही इनके जीवन की दिनचर्या होती थी। वायरल वीडियो में इनके सनातन धर्म में प्रवेश करते समय मंत्रोच्चारण जाप और शंख की आवाजें सुनाई दे रहीं थीं।
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इस वीडियो में देखा जा सकता है कि इस परिवार ने सनातन धर्म में वापसी के बाद सर मुंडवाकर शिखा धारण कर ली थी। इसके अलावा सभी सदस्यों ने पीतांबर धारण किया हुआ था, इसके अलावा सबके माथे पर तिलक भी लगे हुए थे।
इस परिवार के धर्म परिवर्तन में उनके बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। इन्होंने बताया कि हम तो सिर्फ नामके ही मुस्लिम हुए थे हमने कभी मुस्लिम धर्म के संस्कारों को अपनाया ही नहीं था। परिवार की एक महिला ने बताया, हमारे पूर्वज लगभग तीन पीढ़ियों पहले हम सब हिन्दू धर्म से ही थे। हमने लगातार हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा की है। हमने कभी कलमा भी नहीं पढ़ा है। यहां सारे समाज के सामने इन्होंने सनातन धर्म को स्वीकार किया है।
मध्य प्रदेश के रतलाम के रहने वाले इस परिवार के सदस्यों ने जब हिन्दू धर्म स्वीकार किया तो लोगों ने उत्सुकता वश उनसे पूछा कि आखिरकार अचानक परिवार के सदस्यों ने ये फैसला कैसे ले लिया? तो इस पर परिवार के बड़े सदस्यों ने बताया कि वो लोग घूमक्कड़ियों के रूप में अपना जीवन यापन कर रहे थे। एक जगह से दूसरे जगह मांगते खाते हुए ये लोग देश भर में बंजारों की तरह शहर बदलते रहते थे। अचानक एक दिन इन लोगों ने कहीं पर शिवपुराण सुना और शिव पुराण सुनने के बाद इनके अंदर का सनातन धर्म जागा और इन लोगों ने घर वापसी की इच्छा जाहिर की क्योंकि इनके पूर्वज भी सनातन धर्म के हुआ करते थे।