मुंबई (Mumbai) : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) फोन टैपिंग मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे की परेशानी बढ़ गई है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस मामले में पूर्व पुलिस कमिश्नर को मंगलवार को गिरफ्तार किया था. एनएसई फोन टैपिंग मामले में कई घंटों की पूछताछ के बाद संजय पांडे की गिरफ्तारी हुई और अब उन्हें 9 दिन की ईडी कस्टडी में भेजा गया है.
इससे पहले 18 जुलाई को भी सीबीआई ने संजय पांडे से पूछताछ की थी. ईडी ने संजय पांडे की गिरफ्तारी से पहले उनके कई ठिकानों पर छापे मारे थे. इसके अलावा सीबीआई ने भी इस पूरे मामले में अपनी जांच जारी रखी. पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे के अलावा इस मामले में और भी कई हाई प्रोफाइल लोगों के नाम सामने आए हैं. इस लिस्ट में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण का नाम भी शामिल है.
यह भी पढ़ें :- मोहम्मद जुबैर को सुप्रीम कोर्ट से बेल : SC ने कहा-पत्रकार को लिखने से नहीं रोक सकते…तुरंत रिहा करें
संजय पांडे मुंबई पुलिस कमिश्नर का पदभार संभालने से पहले महाराष्ट्र राज्य सुरक्षा महामंडल के डायरेक्टर पद रहे थे. इसके बाद अप्रैल, 2021 में उद्धव ठाकरे सरकार ने उन्हें महाराष्ट्र के डीजीपी पद की अतिरिक्त जिम्मेदारी मिली थी, हालांकि, आईपीएस रजनीश सेठ को महाराष्ट्र का डीजीपी बनाने के बाद उनसे ये जिम्मेदारी ले ली गई. बाद में उन्हें मुंबई का पुलिस आयुक्त बनाया गया. 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी संजय पांडे 30 जून को पुलिस सेवा से रिटायर हुए थे.
2010 से 2015 के बीच आईसेक सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड ( iSec Services Pvt Ltd) नाम के फर्म को एनएसई के सर्वर और सिस्टम सिक्योरिटी से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट दिया गया. इसी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग किए जाने के आरोप में ईडी संजय पांडे से पूछताछ कर रही है. ईडी उनसे यह पूछताछ पीएमएलए (PMLA) कानून के तहत कर रही है.