अब आधी रात को भी महिला को मिलती है मदद, बहुत सी योजनाएं चल रही

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अब आधी रात को भी महिला को मिलती है मदद, बहुत सी योजनाएं चल रही

रायपुर। रायपुर शहर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में महिलाओं की रक्षा और सुरक्षा के लिए बहुत सारी योजनाएं चलाई जा रही है जिसे केंद्र सरकार, राद्य सरकार मिलकर चला रही है और पुलिस विंग भी इस पर कार्य कर रही है।

महिलाओं की इन सारी सुरक्षा व्यवस्थाओं को लोगों तक पहुंचाने के साथ ही महिलाओं के लिए कार्य करने में आ रही चुनौतियों को समझने और उसके समाधान के लिए चेतना चाइल्ड एवम वूमेन वेलफेयर सोसाइटी रायपुर और विश्व युवक केंद्र नई दिल्ली द्वारा वुमन सेफ्टी और सेक्युरिटी पर दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन ५ जुलाई को महेेंद्रा होटल में किया गया, जिसमें १८ जिलों से आए ८० से अधिक संगठनों के सदस्य शामिल हुए।

अब आधी रात को भी महिला को मिलती है मदद, बहुत सी योजनाएं चल रही

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पुलिस सेवा से रिटायर पूर्व महानिदेशक योजना और प्रबंधन आर. के. विज थे। साथ ही मुख्य वक्ता के तौर पर सीएसपी ललिता मैहर और पत्रकार सरिता दुबे भी कार्यक्रम में शामिल रही। विश्व युवक केंद के मंजुनाथ ने बताया कि हम इस तरह के सेमिनार के जरिए कई राज्यों में जाकर महिलाओं से जुड़ते है उनकी समस्याओं पर कार्य करते है।

महिलाओं के लिए बने है कई कानून, ११२ है सिर्फ इमरजेंसी नंबर

पूर्व महानिदेशक आर. के. विज ने बताया गया कि अब महिलाएं कानूनी तौर पर इतनी सशक्त हो गई है कि वो हर स्थिति में अपने आप को सुरक्षित कर सकती है । महिलाओं के लिए इतने कानूनी बने है कि इन कानून की जानकारी महिलाओं को होने पर वे खुद प्रशासन से अपनी सुरक्षा मांग सकती है।

उन्होंने कार्यक्रम में महिलाओं द्वारा पुछे गए सवालों का जवाब भी दिया रायपुर सरोना से आई एक महिला ने पूछा कि हमारे इलाके में नशा करने वाले बहुत से लोग है जो माहौल को खराब कर रहे है उन्हें ठीक करना होगा क्योंकि छोटे-छोटे बच्चों पर इसका असर हो रहा है आप ११२ को एक बार भेजिए। इस सवाल पर आर. के. विज ने कहा कि ११२ सिर्फ इमरजेंसी नंबर है जो आपको संबंधित सुविधा से जोड़ता है।

पुलिस पूरे समय कार्य कर रही

ललिता मैहर ने कहा कि पुलिस महिलाओं के लिए पूरे समय सतर्क है उन्होंने महिलाओं को पुलिस थाने की कार्रवाई के साथ यह भी बताया कि पुलिस किस तरह से मुसीबत में पड़ी महिलाओं की मदद करती है। पत्रकार सरिता दुबे ने अपने अनुभव बताए। उन्होंने कहा कि हमारे राद्य में ही महिलाओं के लिए महिला हेल्प लाइन नंबर १८१ चलाया जाता है।

इसी तरह पुलिस विभाग महिलाओं के मामलों के लिए ही एक टीम बनाकर कार्य कर रहा है जिसमें रक्षा टीम फील्ड में जाकर महिलाओं को सुरक्षा मुहैय्या कराती है। उन्होंने यह भी कहा कि हम पत्रकार भी खबरों के जरिए समाज के लिए कार्य करते है।

उन्होंने बताया कि राजधानी में ही कई विक्षिप्त महिलाओं को उन्होंने अपनी खबरों के जरिए न सिर्फ सही स्थान पर पहुंचाया बल्कि उनके परिवार के लोगों से भी मिलवाया। कई महिलाओं को आश्रय दिलाया और बच्चियों को उनके घर तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि हम भी खबरों के जरिए समाज के कई पहलुओं को उजागर करते है।

आज होगा इनका सत्र

चेतना वुमन वेलफेयर सोसायटी और चाइल्ड लाइन सोसायटी की इंदु साहू ने बताया कि गुरुवार को कार्यक्रम का समापन है जिसमें पुलिस से जुड़े अधिकारियों द्वारा जानकारी दी जाएगी साथ ही कार्यक्रम में आए संगठन के कार्यकर्ताओं के सवालों के जवाब और महिलाओं के लिए कार्य करने में आ रही समस्याओं का समाधान भी बताया जाएगा।

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