मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के वफादार शिवसेना विधायक और सांसद राष्ट्रपति पद के लिए होने जा रहे चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के साथ बृहस्पतिवार को मुंबई में होने वाली बैठक में शामिल नहीं होंगे। शिवसेना के ंिसधुदुर्ग संसदीय सीट से सांसद विनायक राउत ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘ हम बैठक में शामिल नहीं होंगे। मुर्मू के उद्धव जी से मिलने ‘मातोश्री’ पहुंचने को लेकर अब तक कोई जानकारी नहीं है।’’
मुंबई के बांद्रा इलाके स्थित ‘मातोश्री’, ठाकरे का निजी आवास है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को राष्ट्रपति चुनाव में उनकी पार्टी की ओर से मुर्मू का समर्थन किए जाने की घोषणा की थी। ठाकरे ने कहा था कि शिवसेना बिना किसी दबाव के मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा कर रही है। उन्होंने कहा था, ‘‘शिवसेना सांसदों की बैठक में किसी ने मुझ पर दबाव नहीं डाला।’’
उन्होंने कहा था, ‘‘मेरी पार्टी के आदिवासी नेताओं ने मुझसे कहा कि यह पहली बार है कि किसी आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनने का मौका मिल रहा है। वर्तमान राजनीतिक माहौल को देखते हुए, मुझे उनका समर्थन नहीं करना चाहिए था, लेकिन हम संकीर्ण मानसिकता वाले नहीं हैं।’’
महाराष्ट्र में शिवेसना के 55 विधायकों में से केवल 15 विधायक ही उद्धव गुट के साथ हैं, बाकी विधायकों ने मुख्यमंत्री एकनाथ ंिशदे का साथ देने का फैसला किया है। लोकसभा में शिवसेना के 19 सांसद और राज्यसभा में तीन सांसद हैं। मुर्मू, झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं। अगर वह चुनाव जीत जाती हैं, तो राष्ट्रपति पद पर काबिज होने वाली वह पहली आदिवासी महिला होंगी।
देश में 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं। मतगणना 21 जुलाई को होगी। विपक्षी दलों ने मुर्मू के खिलाफ यशवंत सिन्हा को मैदान में उतारा है। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोंिवद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।