RAIPUR: छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ 44 दिनों से अपने आंदोलन को लेकर चर्चा में है। नित नए प्रयोग कर ये कर्मचारी शासन, मीडिया और आम लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचने में भी सफल हुए है। 12 अप्रैल को दंतेवाड़ा से रायपुर तक पैदल यात्रा कर सुर्खियों में आ चुके है, जिसे इन्होंने दांडी यात्रा का नाम दिया था।
RAIPUR: 15 हजार कर्मचारी
यह दांडी यात्रा इनके आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में सफल हुई। उसी कड़ी में 18 मई को इन्होंने राज्य भर के लगभग 15 हजार कर्मचारी सोसल मीडिया के माध्यम से ट्विटर अभियान चलाकर सोसल मीडिया तिहार मनाएंगे।
RAIPUR: छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी
छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी उनकी बात पहुंच सके। इस अभियान में छत्तीसगढ़ के 28 जिलों के 146 विकासखंड में धरने पर बैठे मनरेगा कर्मचारी शामिल रहेंगे। श्री ठाकुर ने बताया कि संचार क्रांति के इस दौर में हम इस प्लेटफॉर्म का उपयोग कर अपनी दो सूत्रीय मांग पहला समस्त मनरेगा कर्मियों का नियमितिकरण और दूसरा जब तक नियमितिकरण नहीं हो जाता तब तक रोजगार सहायकों का वेतनमान निर्धारण व समस्त मनरेगा कर्मियों के लिए पंचायतकर्मी नियमावली लागू करने की मांग को आमजन मानस के अलावा शासन प्रशासन तक पहुंचाना चाहते है।