Congress : कांग्रेस ने माइकल लोबो को गोवा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से हटा दिया. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और लोबो पर भाजपा के साथ मिलकर पार्टी के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है. राज्य विधानसभा सत्र की पूर्व संध्या पर यह घोषणा करते हुए, कांग्रेस के गोवा डेस्क प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने कहा कि लोबो और कामत के अलावा, पार्टी के तीन अन्य विधायकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है.
यह घटनाक्रम उन अटकलों के बीच सामने आया है जिनमें कहा जा रहा है कि 40 सदस्यीय सदन में कांग्रेस के कुछ विधायक भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
Michael Lobo immediately removed from the position of Leader of Opposition of Goa: Dinesh Gundu Rao, AICC Goa in-charge pic.twitter.com/FMY8YMHyTP
— ANI (@ANI) July 10, 2022
राव ने कहा, एलओपी माइकल लोबो और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत गोवा में कांग्रेस में दलबदल सुनिश्चित करने के लिए भाजपा के साथ मिलकर साजिश रच रहे थे. पार्टी ने लोबो को नेता प्रतिपक्ष के पद से हटाने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी लोबो और कामत दोनों के खिलाफ कार्रवाई करेगी. गोवा में कांग्रेस के फिलहाल 11 विधायक हैं.
राव ने कहा कि पार्टी के पांच विधायक – लोबो, कामत, केदार नाइक, राजेश फलदेसाई और डेलियाला लोबो से संपर्क नहीं हो पा रहा है, जबकि पांच अन्य – एल्टन डी’कोस्टा, संकल्प अमोनकर, यूरी अलेमाओ, कार्लोस अल्वारेस फरेरा, रुडोल्फ फर्नांडीस संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे.
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उन्होंने कहा, छठे विधायक एलेक्सो सिकेरा पार्टी नेताओं के संपर्क में है और कांग्रेस के साथ हैं. सत्तारूढ़ भाजपा के पास वर्तमान में 20 विधायक हैं और उसे पांच अन्य का भी समर्थन प्राप्त है. इस साल फरवरी में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 11 सीटों पर जीत हासिल की थी.
गोवा विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावड़कर ने रविवार को उपाध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अधिसूचना रद्द कर दी. चुनाव 12 जुलाई को होना था. यह कदम उन अटकलों के बीच उठाया गया है कि 40 सदस्यीय सदन में कांग्रेस के कुछ विधायक सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो सकते हैं. विधानसभा सचिव नम्रता उलमान द्वारा जारी आदेश में सूचित किया गया है कि गोवा विधानसभा के प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों के नियम 308 के तहत जारी 8 जुलाई की अधिसूचना वापस ले ली गई है.