रायपुर : नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कहा है कि महिलाओं एवं बच्चों के कुपोषण दूर करने में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। डॉ. डहरिया आज आरंग के कृषि उपज मंडी में आयोजित जिला स्तरीय महिला जागृति शिविर सह-सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम में डॉ. डहरिया ने बच्चों का अन्न प्राशन्न भी कराया और गर्भवती माताओं को सुपोषण थाली भेंट की। इस मौके पर उन्होंने छत्तीसगढ़ महिला कोष द्वारा स्वीकृत जय माँ बम्लेश्वरी स्व सहायता समूह कठिया को एक लाख रूपए की राशि वितरित की। इस मौके पर उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ भवन निर्माण के लिए 25 लाख रूपए की घोषणा की।
कार्यक्रम में मंत्री डॉ. डहरिया ने कहा कि आरंग के आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण आहार तैयार करने के लिए गैस चूल्हा का वितरण किया गया। साथ ही 14 नए आंगनबाड़ी भवन की स्वीकृति दी गई है।
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उन्होंने कहा कि महिलाओं एवं बच्चों से जुड़े कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका सहित महिला बाल विकास के अधिकारी और कर्मचारी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही हैं। उन्होंने कहा कि महिला स्व सहायता समूहों को महिला कोष ऋण योजना अंतर्गत स्व-रोजगार हेतु रियायती दर पर ऋण भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका की मेहनत एवं लगन को देखते हुए राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 6500 रूपए से बढ़ाकर 10 हजार एवं सहायिकाओं का मानदेय 3250 रूपए से बढ़ाकर पांच हजार और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 4500 रूपए से बढ़ाकर 7500 रूपए प्रतिमाह किया गया है।
इस अवसर पर जनपद पंचायत के अध्यक्ष खिलेश्वर देवांगन, नगर पालिका के अध्यक्ष चंद्रशेखर चन्द्रकार, कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष देवनाथ साहू, जिला पंचायत सदस्य केशरी मोहन साहू और दुर्गा राय, आंगनबाड़ी कार्यकार्ता संघ की अध्यक्ष नंदनी चन्द्राकर सहित महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका उपस्थित थी।