धरना स्थल को शहर से बाहर किए जाने का कड़ा विरोध…26 संगठनों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

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होरी जैसवाल

रायपुर : माकपा, ट्रेड यूनियन सहित कला, रंगकर्म, छात्र, युवा संगठन के प्रतिनिधियों ने आज कलेक्टर की अनुपस्थिति में ए डी एम एन आर साहू को ज्ञापन सौंपकर धरनास्थल को शहर से बाहर किए जाने के प्रयास का कड़ा विरोध किया। माकपा नेता धर्मराज महापात्र, श्रमिक संगठनों के एस सी भट्टाचार्य, राजेश अवस्थी, मारुति डोंगरे, के के साहू, गजेंद्र पटेल, मुक्तेश्वर देवांगन, तिलक यादव, देवेंद्र साहू के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपकर यह मांग की।

इस चर्चा में प्रतिनिधियों ने कहा कि मोतीबाग का धरना स्थल भी बिना विमर्श के हटाया गया था अब ऐसा कोई भी प्रयास होगा तो इसका जबरदस्त विरोध किया जाएगा। समस्त संगठनों के इस संयुक्त ज्ञापन में कहा गया कि, हम आपसे इस ज्ञपन के माध्यम से बूढ़ातालाब के वर्तमान धरना स्थल को न हटाने का आग्रह करते है.

उल्लेखनीय है कि एक लोकतान्त्रिक देश में आम जनता और उनके विभिन्न संगठनों के समक्ष किसी भी सरकार की नीतियों या फिर आम जनता पर उन नीतियों के प्रभाव से उपजे असंतोष या फिर दिक्कतों को जनता के मध्य प्रसारित करने या फिर शासन व् प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने का यह लोकतान्त्रिक माध्यम या अधिकार हमारे लोकतंत्र और संविधान के मौलिक अधिकार का आधार है.

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कुछ तत्व जनता की आड़ में आम जनता से किसी भी आन्दोलन को अलग करने या जनता से उन्हें अलग बताने का प्रयास कर रहे है जो कि अनुचित है . किसी भी आन्दोलन में हिस्सा ले रहे लोग भी आखिर जनता ही है और जिसके मध्य वे अपनी पीड़ा व्यक्त करने संघर्ष कर रहे हैं वे भी जनता ही है . एक स्वस्थ लोकतंत्र में आम लोगों के इस लोकतान्त्रिक अधिकार की रक्षा करना प्रशासन की जिम्मेवारी है .

उल्लेखनीय है कि रायपुर में पहले यह धरना प्रदर्शन जयस्तंभ चौक पर होता रहा, फिर इसे शास्त्री चौक स्थानातरित किया गया, उसके बाद उसे घडी चौक स्थानातरित किया गया, फिर मोतीबाग और राजधानी के बाद मंत्रालय बनने के बाद इसे बूढ़ातालाब किया गया था हालाँकि वहां कोई भी सुविधा नहीं था.

अब जबकि समूचा मंत्रालय शहर से बाहर हो गया है तब इसे शहर से दूर करने की बात पूरी तौर पर अतार्किक एवं अलोकतांत्रिक है, यह एक किस्म से जनता के अधिकार पर ही अतिक्रमण कर सरकार को निरंकुश बना देने का मार्ग है जिसे कटाई स्वीकार नहीं किया जा सकता है.

इसलिए हम आपसे आग्रह करते हैं कि शहर से बाहर किसी अन्य स्थल पर इसे बदलने की बजाय इस धरना स्थल को सुव्यवस्थित करने का आग्रह करते हैं .

भवदीय

धर्मराज महापात्र , राज्य सचिव, सीटू , छत्तीसगढ़
प्रदीप गभने, जिला सचिव, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी ( मार्क्सवादी )
एस सी भट्टाचार्य, सचिव, संयुक्त ट्रेड यूनियन कौंसिल
चंद्रशेखर तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष, छ ग तृतीय वर्ग शासकीय कर्म.संघ
प्रदीप मिश्रा, सचिव, छ ग मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंतेतिव्स यूनियन
रतन गोंडाने, संयोजक, दलित शोषण मुक्ति मंच
शेखर नाग, संयोजक जन नाट्य मंच रंगकर्मी.
अरुण काठोटे, इप्टा, रायपुर
निसार अली , छत्तीसगढ़ नाचा थियेटर
डाक्टर राजेश अवस्थी, शिक्षक संघ
सम्यक जैन. संयोजक एस एफ आई
साजिद रजा, संयोजक , भारत की जनवादी नौजवान सभा
वारिस खान, सह संयोजक, स्टूडेंट्स फेडरेशन आफ इण्डिया
दिनेश पटेल, सर्किल सचिव, आल इण्डिया पोस्टल एम्प्लाइज यूनियन पि 4
आशुतोष सिंह , सचिव, आल इण्डिया पोस्टल एम्प्लाइज यूनियन पि 3
अलेक्जेंडर तिर्की, आदिवासी एकता महासभा
सुरेन्द्र शर्मा, महासचिव , रायपुर डिविजन इंश्योरेंस एम्प्लाइज यूनियन
आर के मेश्राम, सचिव. बी एस एन एल एम्प्लाइज यूनियन
राजेंद्र सिंह, सचिव, रेलवे मेल सर्विस यूनियन
हिरामन वैष्णव, केन्द्रीय कर्मचारी पेंशन संघ
अतुल देशमुख , रास्ट्रीय सहसचिव, आल इण्डिया इंश्योरेंस पेंशनर एसोसियेशन
वी एस बघेल , अध्यक्ष , एस टी यू सी
अखिलेश एडगर, संयोजक मंडल सदस्य, छत्तीसगढ़ नागरिक संयुक्त संघर्ष समिति
डी के सरकार, महासचिव, बैंक एम्प्लाइज फेडरेशन आफ इण्डिया
शीतल पटेल, संयोजक, झुग्गी झोपडी एकता संघ
धर्मराज महापात्र
माकपा….

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