सुकमा 01 दिसम्बर 2022 : मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान 1 दिसम्बर से प्रारंभ हो चुका है। कलेक्टर हरिस एस. ने मलेरिया टेस्ट करवाकर जिले में इस अभियान को प्रारंभ किया है। उन्होंने अमजनों से अपील करते हुए कहा कि मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान को सफल बनाने के लिए हम सभी की सहभागिता जरूरी है।
सुकमा को मलेरिया मुक्त बनाने के लिए इस अभियान में अपना सहयोग करें और अनिवार्य रूप से मलेरिया जांच करवाएं। साथ ही अभियान में संलग्न मैदानी कर्मचारियों, स्वास्थ्य अमलों का सहयोग करते हुए दूसरों को भी मलेरिया टेस्ट करवाने हेतु प्रेरित करें।
कलेक्टर ने मलेरिया से बचने के लिए रात को सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करने तथा मलेरिया के लक्षण दिखने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जांच कराने की अपील की।
मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा 782 दल का गठन किया गया है। साथ ही इस दल को ग्राम, विकासखण्ड स्तर और जिला स्तर पर भी प्रशिक्षित किया गया है। यह दल जिले के सभी ग्राम स्तर के प्रत्येक घर घर जाकर मलेरिया टेस्ट करेगी। वहीं मलेरिया पॉजिटिव व्यक्तियों को मौके पर दवाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी।
गली मोहल्लों में निकाली जागरूकता रैली
मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले भर में घर-घर जाकर मलेरिया जांच किया जाना है। मलेरिया जांच हेतु आमजन को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों, मितानिनों, स्वास्थ्य कर्मियों, कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली और ‘‘पानी पीओ छान के-सोओ मच्छरदानी तान के’’ ‘‘गंदगी को भगाना है-मलेरिया मुक्त सुकमा बनाना है’’ के नारों के साथ जागरूकता का संदेश दिए।