रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार से जोड़ने और आगे की पढ़ाई के लिए सहयोग प्रदान करने के उद्देश्य से बेरोजगारी भत्ता योजना की शुरूआत की गयी है। योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को भत्ता देने के साथ ही उन्हें रोजगार से जोड़ने हेतु भी प्रयास किये जा रहे है, जिससे लाभान्वित होकर प्रदेश के युवा न सिर्फ प्रदेश में बल्कि प्रदेश के बाहर भी जाकर रोजगार प्राप्त कर रहे है।
ऐसी ही कहानी है कांकेर जिले के बेरोजगार युवक घुरउराम निषाद की, जिसने विज्ञान विषय लेकर 12वीं कक्षा उत्तीर्ण तो कर ली लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वह आगे की पढ़ाई और अन्य परीक्षाओं की तैयारी नहीं कर पा रहा था। घुरउ ने बताया कि वह अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए रोजी-मजदूरी का काम भी करता है।
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समक्ष आज आज वर्चुअल कार्यक्रम में घुरउराम ने बताया कि वे बेरोजगारी भत्ता प्राप्त कर रहे थे, कुछ दिनों पूर्व उसे जिला प्रशासन द्वारा बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने वाले युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए आयोजित प्लेसमेंट कैंप की जानकारी प्राप्त हुई।
उसने प्लेसमेंट कैंप में भाग लेकर अपनी योग्यता संबंधी दस्तावेज बाहर से आये निजी संस्थान के प्रतिनिधियों को दिखाये और उसका चयन हैदराबाद की एक कंपनी कैम्पस्टोन फैसोलिटिस मैनेजमेंट लिमिटेड में हो गया और उसे 14 हजार रूपये प्रतिमाह प्राप्त होंगे।
चयन होने पर घुरउराम ने कहा कि इन पैसों का उपयोग वह अपने घर के भरण-पोषण और अपनी आगे की पढ़ाई के लिए करेगा। घुरऊ राम ने प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद ज्ञापित किया।
गौरतलब है कि कांकेर जिलमें अब तक 112 बेरोजगारी भत्ता प्राप्त हितग्राहियों को नियोजन प्रदान किया जा चुका है।18 जुलाई को मेगा रोजगार मेला का आयोजन किया जा रहा है जिसमे 2000 हितग्राहियों को रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है.