रायपुर, 10 जुलाई 2025 : रूकमणी कहती हैं- ‘अगर हिम्मत और सही जानकारी हो तो किसान हर परिस्थिति में अपनी स्थिति बदल सकता है। पहले मैं सिर्फ धान की खेती पर निर्भर थी, अब सब्जी की खेती ने हमारी कमाई को दोगुना कर दिया है।‘ ग्राम एड़का के अन्य किसान भी अब रूकमणी से प्रेरित होकर उद्यानिकी फसलों की ओर आगे बढ़ रहे हैं। इससे न केवल किसानों की आमदनी बढ़ रही है बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी पैदा हो रहे हैं।
मेहनत, सही दिशा और सरकारी सहयोग से कोई भी किसान अपनी आर्थिक हालत को बदल सकता है। नारायणपुर जिले के ग्राम एड़का की रूकमणी नाग की कहानी इस बात का जीता-जागता उदाहरण है। कभी केवल धान की खेती से गुजारा चलाने वाली रूकमणी अब टमाटर, करेला और मिर्च की उन्नत खेती कर सालाना हजारों रुपये की अतिरिक्त आमदनी कमा रही हैं।
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रूकमणी नाग पति दिनानाथ नाग पहले पारंपरिक खेती से परिवार का पालन-पोषण कर रही थीं। मगर उत्पादन घटने और लागत बढ़ने से आमदनी पर असर पड़ रहा था। ऐसे समय में उन्हें राष्ट्रीय कृषि विकास योजना और उद्यानिकी विभाग की योजनाओं की जानकारी मिली। रूकमणी ने न केवल जानकारी ली, बल्कि उसे अमल में भी लाया। विभागीय मार्गदर्शन और अपनी मेहनत से उन्होंने अपनी खेती को नई दिशा दी।
अब रूकमणी नाग ने टमाटर, करेला और मिर्च की उन्नत तकनीक से खेती शुरू की है, जिससे उनकी आय में पहले से कहीं अधिक बढ़ोतरी हुई है। हाल ही में उन्होंने एक सीजन में ही 70 हजार रुपये से अधिक की आमदनी अर्जित की है, जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में नया उजाला आया है।
जिला प्रशासन और उद्यानिकी विभाग की यह पहल से सरकार की योजनाओं का सही लाभ अगर किसानों तक पहुंचे तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हो सकती है और किसानों का भविष्य सुरक्षित बन सकता है।