भिलाई : दरअसल मध्यप्रदेश के इंदौर से एक इंटीरियर डिजाइनर महिला के आत्महत्या का मामला प्रकाश में आया है दरअसल उसका पति उसे लगातार कॉल कर रहा था, लेकिन पत्नी ने फोन रिसीव नहीं किया। पति ने जब मोबाइल फोन पर करीब 700 किलोमीटर दूर भिलाई से अपने घर में लगे CCTV कैमरे के फुटेज खंगाले, तो पत्नी फंदे पर लटकी दिखी। पति ने तत्काल पड़ोसी को फोन लगाकर भेजा। दरवाजा तोड़कर जब महिला को निकाला गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। महिला का शव एमवाय अस्पताल भेजा गया है।
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मिली जानकरी के मुताबिक मंगलवार शाम को महिला का इंजीनियर पति उत्तम शर्मा उसे कॉल कर रहा था। लेकिन कई बार कॉल करने के बाद भी वो फोन नहीं उठा रही थी। इस पर उसने मोबाइल पर ही अपने घर में लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए। जिसमें करूणा फंदे पर लटकी दिखाई दी। जिसके बाद उसने पड़ोसियों से मदद मांगी। मामले का पता चलने के बाद पुलिस ने मृतका के पति उत्तम शर्मा से मोबाइल पर बात की। इस दौरान उसने करूणा का पोस्टमार्टम इंदौर पहुंचने के बाद कराने के लिए कहा।
वहीँ महिला ने 7 पेज का सुसाइड नोट छोड़ा है। जिसमें कई लोगों के नाम हैं। तीन महीने पहले भी रुपए के लेनदेन को लेकर महिला के घर में तोड़फोड़ की गई थी। लसूड़िया थाना टीआई संतोष दूधी ने बताया कि मृतका का नाम करूणा शर्मा (36 साल) है। उसने अपने फ्लैट में फांसी लगाकर जान दे दी। वह एक दिन पहले ही इस घर में शिफ्ट हुई थी। पड़ोसी विनोद देवाकर ने फ्लैट का दरवाजा तोड़कर बचाने की कोशिश की। लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।
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वहीँ मृतक महिला के पति उत्तम शर्मा ने मिडिया को बताया- ‘बीसी 2017 से चल रही थी। मोना शर्मा सहित अन्य महिलाएं एक-दूसरे के माध्यम से बीसी ग्रुप से जुड़ते गए थे। कोई 10 तो कोई 20 हजार देकर सदस्य बना था, 50 हजार, 1 लाख रुपए देकर भी लोग ग्रुप से जुड़े थे। प्रमिला अत्रिवाल ने इस मामले में लगातार पेमेंट लिया और दिया भी। पिछली बार दिवाली के बाद से पैसा देना बंद कर दिया। जनवरी से ही प्रमिला के पति ने सामने आकर हमारे माध्यम से जुड़े लोगों को धमकाना शुरू कर दिया। पैसा लेने वाले लगातार फोन करते थे।
इनका ग्रुप बहुत बड़ा है। दिन में 10 से ज्यादा फोन आते थे। हमारे पास पैसा नहीं है, लेकिन हमने किसी को देने से मना भी नहीं किया। लेनदारों को यही लगता था कि हम बेवकूफ बना रहे हैं। कई लोगों को तो हमने अपनी जेब से भी दिया। अब तक कितना पैसा दे दिया ये तो नहीं बता सकता।
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0023 नंबर की कार से पीछा करते थे। इनसे डर बना रहता था। हम फाइनेंशियल ज्यादा दबाव में थे। ईएमआई वाले भी दबाव बना रहे थे। तीन माह पहले आदित्य अग्रवाल ने भी घर आकर तोड़फोड़ की और जान से मारने की धमकी दी थी। तब पत्नी ने हमें कहा कि आप लोग यहां से चले जाओ, तभी मैं और हमारी आठ साल की बेटी भिलाई चले गए थे। हमें बेटी को लेकर डर बना रहता था, ये लोग ताकतवर हैं, बेटी के साथ कुछ भी करते और उसे हादसे का रूप दे देते। पत्नी भी कभी घर आती थी, वो अक्सर बाहर ही रहती थी।
पुलिस के मुताबिक करूणा शर्मा अन्य महिलाओं की मदद से बीसी ओर फंड चलाती थी। उसने पुलिस को कई आवेदन दिए थे। करुणा ने शिकायत में कहा था कि कुछ लोग उसके रुपए लेकर भाग गए। मैं पैसा मांगती हूं तो धमकी देते हैं। इसके बाद अन्य लेनदार करूणा को तकादा लगा रहे थे। जिससे वह काफी परेशान थी। पुलिस ने उसका आवेदन लेकर जांच की बात कही थी।