Jammu and Kashmir : जम्मू-कश्मीर के कठुआ में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल के निकट पुलिस से हुई मुठभेड़ में एक कुख्यात बदमाश मारा गया. मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों के मुताबिक, मुठभेड़ के दौरान घायल हुए उप-निरीक्षक दीपक शर्मा ने बुधवार को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया.
वहीँ, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आर. आर. स्वैन ने शर्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
वहीँ, डीजीपी ने अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने का संकल्प लेते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में ‘पंजाब की तरह’ आपराधिक सिंडिकेट स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है.
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ख़बरों के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार शाम कठुआ में मुख्य अस्पताल भवन के बाहर हुई मुठभेड़ के दौरान रामगढ़ (सांबा) थाने में तैनात शर्मा (32) के सिर में चोट लगी थी और बाद में, उन्होंने पठानकोट के एक निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया.
उन्होंने कहा कि घटना में विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) अनिल कुमार (40) भी घायल हो गए थे.
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए अधिकारियों की एक टीम ने कुख्यात बदमाश वासुदेव का पीछा किया जिसके बाद मंगलवार रात करीब साढ़े 10 बजे जीएमसी के निकट मुठभेड़ शुरू हो गयी.उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में वासुदेव मारा गया जबकि उसका एक साथी घायल हो गया. सूत्रों ने बताया कि वासुदेव कुख्यात शुनू समूह का नेता था.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सांबा में जिला पुलिस लाइन में उधमपुर जिले के संगूर गांव के रहने वाले एसआई शर्मा के लिए एक पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया था. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आर. आर. स्वैन ने शर्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
स्वैन ने पत्रकारों से कहा, “जम्मू पुलिस हाल के दिनों में मादक पदार्थों और गैंगस्टरों के खिलाफ लड़ाई को एक नए स्तर पर ले गई है… हम इस समस्या को खत्म करने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे. पंजाब जैसा आपराधिक सिंडिकेट स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है.”
एक बयान में, उपराज्यपाल ने कहा कि उनका प्रशासन ‘भयमुक्त’ जम्मू-कश्मीर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. सिन्हा ने कहा, “मैं एसआई दीपक शर्मा की वीरता और अदम्य साहस को सलाम करता हूं, जिन्होंने कठुआ में बहादुरी से लड़कर एक कुख्यात गैंगस्टर को मार गिराते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया. उनका सर्वोच्च बलिदान हमारे दिलों में अंकित रहेगा. शहीद दीपक शर्मा के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं.”