हमारे शरीर की फंक्शनिंग को सही रखने के लिए किडनी (Kidney) का हेल्दी होना जरूरी होता है. किडनी में परेशानी होने पर पूरा सिस्टम बिगड़ जाता है. जैसा कि हम सभी जानते हैं उम्र के साथ शरीर के सभी अंगों की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है. इसे बेहतर बनाए रखने के लिए लोग कई तरीके आजमाते हैं. आपने भी सुना होगा कि ज्यादा पानी पीने से किडनी हेल्दी रहती है. क्या आप जानते हैं कि यह सच्चाई नहीं है. सुनकर हैरान हो रहे होंगे लेकिन किडनी की देखभाल को लेकर लोग अक्सर गलतियां करते हैं. वे दूसरों से सुनी हुई बातों पर यकीन करते हैं और अपनी किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं. आज किडनी स्पेशलिस्ट से जानेंगे कि किडनी को लेकर लोगों के बीच कौन सी बड़ी गलतफहमियां हैं.
1. ज्यादा पानी किडनी के लिए फायदेमंद
नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. संजीव जसूजा के मुताबिक हमारा ब्रेन एक कंप्यूटर की तरह काम करता है. जब शरीर को किसी चीज की जरूरत होती है तो ब्रेन इंडिकेट करता है. जब पानी की जरूरत होती है तब प्यास लगती है. लोगों के बीच गलतफहमी है कि ज्यादा से ज्यादा पानी पीना किडनी के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन ऐसा नहीं है. जरूरत से ज्यादा पानी किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है. खासतौर से 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए. हेल्दी लोगों को जरूरत के अनुसार ही पानी पीना चाहिए और खुद को हाइड्रेट रखना चाहिए. सिर्फ किडनी स्टोन की समस्या से जूझ रहे लोगों को ही ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है.
2. प्रॉपर यूरिन आना हेल्दी किडनी का संकेत
डॉ. संजीव जसूजा कहते हैं कि अधिकतर लोगों को लगता है कि अगर प्रॉपर या ज्यादा यूरिन आ रही है, तो उनकी किडनी हेल्दी है, लेकिन यह भी गलतफहमी है. कई बार किडनी डिजीज होने के बाद भी यूरिन प्रॉपर आती है. जब डिजीज एडवांस स्टेज में पहुंच जाती है, तब यूरिन से संबंधित समस्याएं शुरू होती हैं. इसलिए समय-समय पर किडनी का चेकअप कराना चाहिए और यूरिन से अंदाजा नहीं लगाना चाहिए. हालांकि अगर आपको रात में ज्यादा यूरिन आ रही है तो यह परेशानी का संकेत हो सकता है.
3. यूरिक एसिड से होती है सिर्फ गाउट की समस्या
एक्सपर्ट के अनुसार कुछ लोगों को लगता है कि यूरिक एसिड बढ़ने से सिर्फ गाउट (Gout) की समस्या होती है, लेकिन हाई यूरिक एसिड से किडनी पर भी बुरा असर पड़ने लगता है. अगर आप यूरिक एसिड की समस्या को लंबे समय तक नजरअंदाज करेंगे तो इसकी वजह से किडनी डैमेज होना शुरू हो जाएगी. कई बार किडनी फंक्शन इन गड़बड़ होने पर यूरिक एसिड बढ़ता है, तो अधिकतर मामलों में मेटाबॉलिक डिसऑर्डर की वजह से यूरिक एसिड की समस्या हो जाती है.
4. आनुवांशिक नहीं होती किडनी की समस्या
डॉ. संजीव कहते हैं कि किडनी को लेकर गलतफहमी यह भी है कि किडनी डिजीज अनुवांशिक नहीं होती, लेकिन यह पूरी तरह गलत है. अगर आपके घर में किसी को किडनी की समस्या है तो आपको हर साल किडनी का चेकअप जरूर कराना चाहिए. फैमिली हिस्ट्री वाले लोगों को किडनी डिजीज होने का खतरा ज्यादा होता है. डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और ऑटोइम्यून डिजीज की फैमिली हिस्ट्री वाले लोगों को भी किडनी का चेकअप कराना चाहिए. यह आपके लिए बेहद फायदेमंद रहेगा.
5. प्रोटीन सप्लीमेंट से किडनी का कोई कनेक्शन नहीं
जिम जॉइन करने के बाद तमाम लोग प्रोटीन सप्लीमेंट लेना शुरू कर देते हैं ताकि अच्छी बॉडी बना सकें. उन्हें लगता है कि प्रोटीन सप्लीमेंट हेल्थ के लिए फायदेमंद रहेगा, लेकिन ऐसा करना किडनी के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. हाई प्रोटीन डाइट और सप्लीमेंट से किडनी की परेशानी हो सकती है. जो लोग किडनी की समस्या से जूझ रहे हैं, उन्हें भूलकर भी प्रोटीन सप्लीमेंट नहीं लेना चाहिए. हालांकि फल और सब्जियों में पाया जाने वाला प्रोटीन किडनी के लिए नुकसानदायक नहीं होता है.