महारानी दुर्गावती जनजातीय गौरव का प्रतीक, उनका देश प्रेम हमें प्रेरणा से भर देता है

0
211
महारानी दुर्गावती जनजातीय गौरव का प्रतीक, उनका देश प्रेम हमें प्रेरणा से भर देता है

रायपुर, 24 जून, 2024/ महारानी दुर्गावती जनजातीय गौरव का प्रतीक हैं। उनका देश प्रेम और संघर्ष हम सबको प्रेरणा से भर देता है। यह बात मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने महारानी दुर्गावती बलिदान दिवस के अवसर पर राजमोहिनी देवी सभा भवन, अंबिकापुर में जनजाति गौरव समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम के अवसर पर कही।

मुख्यमंत्री साय ने इस मौके पर महारानी दुर्गावती के बलिदान का स्मरण करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार जनजातीय गौरव की भावना को सुदृढ़ बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। महारानी दुर्गावती का भव्य स्मारक जबलपुर में तैयार कराया गया है। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जनजातीय समाज से हैं। उनका इस सर्वाेच्च पद में आसीन होना जनजातीय समाज के लिए गौरव का विषय है।

इसे भी पढ़ें :-मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर राज्य की मितानिन बहनों को मिलेगा आनलाइन मानदेय भुगतान

मुख्यमंत्री ने माँ महामाया को नमन करते हुए कहा कि रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस के मौके पर जनजातीय गौरव समाज ने बहुत ही अच्छा कार्यक्रम किया है। मैं सौभाग्यशाली हूँ कि इस अवसर आपके बीच हूँ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे देश की परंपरा नारियों के सम्मान की है। शास्त्रों में कहा गया है कि यत्र नार्यस्तु पूज्यंते, रमन्ते तत्र देवताः। जब भी हम अपने देवता का नाम पुकारते हैं उससे पहले माता का नाम पुकारते हैं। हम सीता राम कहते हैं। राधे श्याम कहते हैं, हमेशा माता सबसे पहले स्मरण में आती हैं।

मुख्यमंत्री ने आदिवासी समाज की बलिदानी परंपरा को भी इस अवसर पर स्मरण किया। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में जनजातियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। चाहें बिरसा मुंडा हों, या गुंडाधुर हो, वीरनारायण सिंह हो इन सब बलिदानी महापुरुषों के बलिदान से देश स्वाधीन हुआ। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार इस जनजातीय गौरव के योगदान को रेखांकित कर रहे हैं।

इसे भी पढ़ें :-बृजमोहन अग्रवाल ने सांसद पद की शपथ ली

मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी और वंचित समुदाय के जो बच्चे ऊंची शिक्षा हासिल करना चाहते हैं उनके लिए भी अवसरों की कमी नहीं है। राज्य में 14 प्रयास आवासीय विद्यालय संचालित है, जहां रहकर हमारे बच्चे नीट और जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समुदाय के युवाओं को सपनों को आकार देने सरकार लगातार काम कर रही है। जो बच्चे कलेक्टर, एसपी बनना चाहते हैं और दिल्ली में रहकर संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं, उनके लिए नई दिल्ली में ट्रायबल यूथ हॉस्टल संचालित किया जा रहा है।

पहले इस हॉस्टल में सीटों की संख्या 50 थी। हम लोग युवाओं से मिले और महसूस किया कि इसे बढ़ाने की जरूरत है। फिर हमने यहां की सीटें बढ़ाकर 185 कर दी हैं। इन बच्चों की कोचिंग के खर्च का जिम्मा सरकार उठायेगी। इसके अलावा उन्हें और भी बहुत सी सुविधाएं दी जाती हैं।

इसे भी पढ़ें :-PM मोदी के इमरजेंसी वाले बयान पर मल्लिकार्जुन खड़गे का पलटवार

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे बच्चे पढ़-लिखकर अपने लिए जो भी क्षेत्र चुनेंगे, उन सभी क्षेत्रों में सरकार उन्हें मददगार के रूप में साथ खड़ी मिलेगी। हमारी सरकार बस्तर और सरगुजा के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। बस्तर में सुरक्षा कैंपों का विस्तार किया गया है। संवेदनशील क्षेत्रों में विकास की राह खुल गई है।

इस मौके पर अपने संबोधन में कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने कहा कि रानी दुर्गावती ने राम राज्य के आदर्श के आधार पर अपने राज्य का संचालन किया और अपने बलिदान से पूरे देश को प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीएम जनमन आदि योजनाओं के माध्यम से जनजातीय समाज को आगे लाने का कार्य कर रहे हैं।

इसके चलते इन इलाकों में विकास की गति काफी तेज हो गई है। संगोष्ठी में महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े भी मौजूद रहीं। संगोष्ठी को बबरु वाहन अध्यक्ष सनातन संत समाज आश्रम सामरबार, सोहन सिंह सह प्रांत संयोजक, जनजाति सुरक्षा मंच प्रांत महाकौशल, परमेश्वर सिंह मरकाम, अध्यक्ष जनजाति गौरव समाज ने भी संबोधित किया।

स्वच्छता दीदियों के साथ मुख्यमंत्री का सरई के पत्तों से बनी पतरी में भोजन, जनजाति गौरव समाज की बहनों ने भोजन परोसा-

विचार गोष्ठी के पश्चात मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्वच्छता दीदियों के साथ सरई के पत्तों से बनी पतरी और दोने पर भोजन किया। जनजाति गौरव समाज की दीदियों ने मुख्यमंत्री को भोजन परोसा। इस मौके पर कृषि मंत्री रामविचार नेताम तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने भी स्वच्छता दीदियों के साथ भोजन किया।

साथ ही स्वच्छता दीदियों की सुविधा के लिए सभी 20 एसएलआरएम सेंटरों में वॉटर कूलर लगाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने स्वच्छता दीदियों को स्वच्छता किट भी वितरित किए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने समाज की मांग पर सामुदायिक भवन हेतु पूर्व में 50 लाख रुपए की स्वीकृति हो जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा।

इसे भी पढ़ें :-RAIPUR: छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करने वाले दो खिलाड़ी और कोच डोपिंग में फंसे, चार साल के लिए निलंबित…

इस दौरान माता राजमोहिनी देवी सेवा आश्रम की संचालिका राम बाई, प्रतापपुर विधायक शकुंतला पोर्ते, कुसमी विधायक उध्देश्वरी पैकरा, पूर्व सांसद कमल भान सिंह, पूर्व मंत्री राम सेवक पैंकरा, सरगुजा संभागायुक्त जीआर चुरेंद्र, आईजी अंकित गर्ग, कलेक्टर विलास भोसकर, एसपी योगेश पटेल सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, एवं बड़ी संख्या में आम जन उपस्थित रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here