महासमुंद, 08 अगस्त : राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम द्वारा गुरुवार को महासमुंद में एम-पैक्स के व्यापार विविधीकरण विषय पर एक दिवसीय भौतिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आयोजन अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 एवं सहकारिता मंत्रालय की स्थापना के चार वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में मंत्रालय की 60 नई पहलों में से एक के अंतर्गत किया गया।
कार्यक्रम में जिले के विभिन्न पैक्स के 100 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया। प्रशिक्षण का उद्देश्य पैक्स एवं एफपीओ सदस्यों को व्यापार विविधीकरण के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराना था।
कार्यक्रम के संयोजक एवं एनसीडीसी क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर के क्षेत्रीय निदेशक किंचित जोशी ने प्रतिभागियों को सत्रों को ध्यानपूर्वक सुनने, समझने एवं विषय विशेषज्ञों से प्रश्न पूछने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने एनसीडीसी की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत उपयुक्त प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने का भी आवाहन किया।
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विशिष्ट अतिथि द्वारिका नाथ, उपायुक्त (सहकारिता) एवं उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं, महासमुंद ने सहकारिता मंत्रालय की पहलें, मॉडल उपनियम, सीएसी संचालन तथा पैक्स कम्प्यूटरीकरण पर व्याख्यान दिया।
दूसरे सत्र में अविनाश शर्मा, नोडल अधिकारी, डीसीसीबी रायपुर शाखा महासमुंद ने एम-पैक्स पर अपने विचार साझा किए। वहीं, प्रियव्रत साहू, डीडीएम नाबार्ड, महासमुंद ने कृषि यंत्रीकरण, गोदाम निर्माण, मत्स्य पालन, डेयरी आदि क्षेत्रों में उद्यमिता विकास के अवसरों पर चर्चा की।
अंतिम सत्र में एनसीडीसी की विभिन्न योजनाओं एवं वित्तीय सहायता की रूपरेखा पर विस्तार से जानकारी दी गई तथा उपयुक्त प्रस्ताव सृजन हेतु प्रेरित किया गया। साथ ही एनसीडीसी क्षेत्रीय पुरस्कार 2025 के लिए शीघ्र आवेदन भेजने का आह्वान भी किया गया।
छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की सदस्य सरला कोसरिया द्वारा सखी वन स्टॉफ सेंटर महासुंद का निरीक्षण
महासमुंद 08 अगस्त 2025/ राज्य महिला आयोग की सदस्य सरला कोसरिया ने सखी वन स्टॉप सेंटर महिला एवं बाल विकास में गुरूवार को महासमुंद के सखी वन स्टॉप सेंटर निरीक्षण कर यहां उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने सखी वन स्टाप सेंटर में महिलाओं को एक ही छत के नीचे दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी एवं सखी वन स्टाप सेंटर में अब तक प्राप्त प्रकरणों के बारे में जानकारी ली। इस सम्बंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास टिक्वेन्द्र जाटवर ने जानकारी प्रदान किया।
कोसरिया ने कहा कि बालिकाओं और महिलाओं को हर जगह सुरक्षा का एहसास होना चाहिए। इसके लिए उचित वातावरण और जरूरी व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सखी वन स्टॉप सेंटर में आने वाली महिलाओं को समय पर हर संभव मदद उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।
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इस दौरान उपस्थित अधिकारी एव कर्मचारियों ने बताया कि हिंसा के मामलों में पीड़ित महिलाओं सखी वन स्टॉप सेंटर द्वारा निःशुल्क कानूनी, पुलिस, मनोवैज्ञानिक परामर्श चिकित्सकीय सुविधा एवं साथ ही अस्थायी आश्रय की सुविधा प्रदान की जाती है। महिलाओं की मदद के लिए टोल फ्री नंबर-181 भी जारी किया गया है।
सदस्य कोसरिया के द्वारा सखी का अर्थ बतलाते हुए कहा कि सखी हर जिले का एक ऐसा स्थान, आश्रय है जहां आने वाले महिलाओं को कुछ दिनो का आश्रय देने के साथ उनके समस्त समस्याओं का समाधान किया जाता है।
सखी सेंटर महासमुंद द्वारा संस्था स्थापना दिवस अगस्त 2017 से वर्तमान अगस्त 2025 तक कुल 1163 प्रकरणों पर कार्य किए है। इसके सफलता की बधाई समस्त अधिकारी व कर्मचारी गण को दिया गया साथ ही आगे पूरे लगन पूर्वक कार्य करने हेतु मार्गदर्शन देते हुए प्रोत्साहित किया गया।