Monetary Policy Review: रेपो दर 0.35 प्रतिशत बढ़कर 6.25 प्रतिशत हुई…

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नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने इस साल लगातार पांचवीं बार रेपो रेट में बढ़ोतरी कर दिया है. RBI ने रेपो रेट में 0.35 फीसदी की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है. RBI के मुताबिक अब रेपो रेट 5.90 प्रतिशत से बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो जाएगा. इस फैसले के साथ ही अब होम लोन (Home Loan) समेत सभी तरह के लोन महंगे हो जाएंगे.एमपीसी बैठक के बाद RBI गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikant Das) ने बुधवार को नीतिगत दरें बढ़ाए जाने का ऐलान किया.

मुख्य बातें निम्नलिखित हैं

1= चालू वित्त वर्ष के लिये आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान सात प्रतिशत से घटाकर 6.8 प्रतिशत किया गया।

2= मुद्रास्फीति मार्च तिमाही में घटकर छह प्रतिशत से नीचे आएगी। चालू वित्त वर्ष में कुल मिलाकर 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान।
3-अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है। देश तीव्र आर्थिक वृद्धि दर हासिल करने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा।

4=वैश्विक स्तर पर लंबे समय से जारी तनाव से परिदृश्य के समक्ष सबसे बड़ा जोखिम वैश्विक मंदी और वैश्विक वित्तीय स्थिति का कड़ा होना है।

5=मुद्रास्फीति के खिलाफ अभी कार्रवाई पूरी नहीं हुई है। केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति की उभरती स्थिति पर ‘अर्जुन की आंख’ की तरह नजर रखेगा।

6=डॉलर में मजबूती के साथ अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले रुपये में उतार-चढ़ाव सीमित है।

7=चालू खाते का घाटा प्रबंधन योग्य, विदेशी मुद्रा भंडार 551.2 अरब डॉलर के संतोषजनक स्तर पर।

8=रबी मौसम में बुवाई अबतक सामान्य बुवाई रकबे से 6.8 प्रतिशत अधिक।

9= गैर-खाद्य कर्ज अप्रैल-नवंबर में बढ़कर 10.6 लाख करोड़ रुपये। एक साल पहले यह 1.9 लाख करोड़ रुपये था।

10=यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) जल्दी ही ग्राहकों को किसी उद्देश्य विशेष के लिये खाते में अपनी राशि को ‘ब्लॉक’ करने की अनुमति देगा।

11=बैंकों में नकदी की स्थिति अधिशेष स्तर पर।

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