रायपुर: रायपुर लोकसभा सीट से सांसद व बीजेपी के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल आज शाम 6:00 बजे दिल्ली से स्वामी विवेकानंद विमानतल माना रायपुर आ रहे है। राष्ट्रपति जी की अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर लिखित रूप से अपनी बात रखते हुए रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि माननीय राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में भारतीय विकास यात्रा की मजबूती और सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं तथा अन्य अनेक विषयों के साथ वैश्विक स्तर पर भारत की बढ़ती साख का उल्लेख किया।
इतना ही नहीं राष्ट्रपति जी ने इस बार आने वाले महीनों में देश की आर्थिक नीति की आकृति कैसी होगी इसका भी उल्लेख किया। इससे बिल्कुल साफ है कि यह सरकार पहले की तरह ही काम करेंगी और उन सभी कार्यों को पूरा करने पर ध्यान देगी।
जिनका उल्लेख यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पिछले कुछ समय से लगातार करते आ रहे है अर्थात् रिफार्म, परफार्म और ट्रांसफार्म के प्रधानमंत्री के चमत्कारिक संकल्प ने भारत को दुनिया की सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना दिया हैं। सबसे उल्लेखनीय यह है कि राष्ट्रपति महोदया ने नई सरकार के पहले बजट से अपेक्षा की कि उसमें अनेक ऐतिहासिक कदम उठायें जायेंगे और वह निश्चित ही दूरगामी दृष्टिकोण लिये होगा जिसमें सरकार की दूरगामी नीतियों प्रभावी ढंग से दिखाई देंगी।
उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले समय में नीति, नीयत और निर्णयों से देश के हर वर्ग को मुख्य धारा में लाने का प्रयास किया है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण स्टार्टअप योजना का क्रियान्वयन। निश्चित ही यह गौरव का विषय 675 में से 600 जिलों में यह काम कर रहा है। हमारा खिलौना का निर्यात 1844 करोड़ों रूपये का हो गया है।
हमारा डिफेन्स एक्सपोर्ट एक दशक में 21 हजार करोड़ तक पहुँच गया है। यानि इसमें 18 गुना की वृद्धि हुई है। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में 2 डिफेन्स कोरिडोर्स विकसित हो रहे है। इतना ही नहीं में गर्व से कहना चाहता हूँ कि गुलामी के दौर की दण्ड व्यवस्था एक जुलाई से खत्म हो रही है। अब देश में भारतीय न्याय संहिता लागू की जा रही है।
यह श्री नरेन्द्र मोदी जी के साहस और संकल्प का परिचायक कें विदेशी मकबरों से हिन्दुस्तान की खायत ढूढ़ने वालों को मानना पड़ेगा कि “संस्कृत इज है मदर ऑफ ऑल यूरोपियन लेग्वेजेस” और इसलिये भी मानना पड़ेगा कि यह में नहीं विलियम जॉन्स कह रहा है भारतीय संस्कृति का अभव और विरासत हमारी थाती है और इसी को लेकर विश्व की अगुवाई कर सकते हैं। और निश्चित ही करेंगे।