नई दिल्ली : भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के 150 स्मारकों के परिसर में रोशनी वाले सभी स्थलों पर राष्ट्रीय ध्वज स्थायी रूप से फहराया जाएगा.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ऐसे स्थान जहां रात में तिरंगे के खंभों को रोशन करने का कोई प्रावधान नहीं है, वहां शाम को तिरंगा उतारा जाएगा और सुबह फिर से फहराया जाएगा. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बिहार में शेर शाह सूरी के मकबरे से लेकर राजस्थान के चित्तौड़गढ़ किले और लेह के तिसारू स्तूप से लेकर दक्षिण भारत में वेल्लोर किले तक,
देश भर में 150 एएसआई स्मारकों पर हमारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया. यह निर्णय लिया गया है कि ये सभी तिरंगे स्थायी रूप से इन स्मारकों पर रहेंगे, सिवाय उन स्थलों को छोड़कर जहां झंडे अंधेरे के बाद उजाले का प्रावधान नहीं है.’