रायपुर: शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग में प्राचार्य डॉ किरण गजपाल के मार्गदर्शन में एकदिवसीय व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ एस आर पाढी -प्राध्यापक समाजशास्त्र इंदिरा गांधी ट्राईबल यूनिवर्सिटी अमरकंटक मध्य प्रदेश रहे एवं महाविद्यालय की आईक्यूएसी प्रभारी डॉ उषा किरण अग्रवाल उपस्थित रही।समाजशास्त्र विभाग के प्राध्यापक डॉ मनीषा महापात्र ने स्वागत भाषण में मुख्य वक्ता का परिचय दिया एवं विषय पर प्रकाश डाला।
मुख्य वक्ता डॉ एस आर पाढी ने अपने उद्बोधन में जनजातिय समाज के विकास के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की और कहा की आज भी जनजाति समाज को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है जनजातियों के पिछड़ेपन का कारण बताते हुए उन्होंने अंडमान निकोबार द्वीप समूह की कुछ प्रमुख जनजातियां जो अपने आप को आइसोलेशन में रखती हैं इस कारण वे पिछड़ी नजर आती हैं उनका उल्लेख किया।
उन्होंने अपने उद्बोधन में डॉक्टर जी एस घुरिए ,वेरियर एल्विन ,मार्टिन ,हरबर्ट रिजले आदि के कार्यों का उल्लेख किया । जनजातीय संस्कृति ,धर्म, तीज त्यौहार ,राजनीतिक संगठन आदि परंपरागत रूप से मनाते हैं इस बात पर विशेष जोर दिया। संविधान में उल्लेखित प्रावधानों का भी उल्लेख किया जो कि जनजातियों को उनके अधिकारों से अवगत कराते हैं ।
कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रमिला नागवंशी ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन समाजशास्त्र परिषद अध्यक्ष कुमारी सोनम बंसोड ने किया ।इस कार्यक्रम में रिसर्च स्कॉलर्स , स्नातकोत्तर एवं स्नातक की छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहीं।