पेरिस: ओलंपिक से भारत के लिए शानदार खबर आई, जब निशानेबाज स्वप्निल कुसाले ने शूटिंग के 50 मीटर एयर राइफल 3 पोजिशन इवेंट में कांस्य पदक पर निशाना लगाया. लेकिन उसी फ्लोर से एक और खूबसूरत नजारा देखने को मिला.
51 साल का एक निशानेबाज बॉलीवुड हीरो की तरह आया. पिस्टल उठाई, एक हाथ जेब में डाला, और अगले ही पल सिल्वर जीतकर चलता बना. यह देखकर वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए.
निशानेबाजी इवेंट में आमतौर पर जब कोई खिलाड़ी फ्लोर पर उतरता है, तो अपनी आंखों और कानों पर सिक्योरिटी गियर लगाकर उतरता है. ये एक्सेसरीज उसे कॉम्पिटीशन के दौरान सटीक निशाना लगाने के लिए ध्यान केंद्रीत करने में मदद करती है. लेकिन तुर्की के एक अनुभवी पिस्टल निशानेबाज ने पेरिस ओलंपिक में अलग ही कारनामा कर दिखाया. युसुफ दीकेक बिना किसी एक्सेसरीज के फ्लोर पर उतरे और मिक्स्ड 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग में सिल्वर मेडल जीत लिया. दीकेक ने पेरिस में सेवल इलायदा तारहान के साथ जोड़ी बनाई.
सिंपल इयर प्लग पहनकर आए
युसुफ दीकेक की तस्वीरें सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही हैं. क्योंकि उन्होंने निशानेबाजी में जरूरी न्यूनतम गियर भी नहीं पहना. उनके साथ के अन्य खिलाड़ी विशेष चश्मे, और हाई लेवल की ईयर सिक्योरिटी किट पहनकर आए थे. लेकिन दीकेक ने कोई स्पेशल आई वीयर, कोई प्रोटेक्टिव एक्सेसरीज और ग्लास नहीं पहनी. सामान्य चश्मा पहनकर आए, जो वे रोज इस्तेमाल करते हैं. गोली की आवाज उनके कानों को प्रभावित न करे, इसलिए सिंपल इयरप्लग पहना. लेकिन सटीक निशाना लगाकर चलते बने.
51 साल के लड़के का कमाल
सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें खूब वायरल हो रही हैं. लोग जबरदस्त कमेंट कर रहे हैं; एक ने लिखा, तुर्की ने 51 साल के एक लड़के को बिना किसी विशेष लेंस, आंखों के कवर या कान की सुरक्षा के भेजा और रजत पदक जीत लिया. दूसरे ने लिखा, तुर्की ने एक 51-वर्षीय व्यक्ति को भेजा, जिसकी आंखों पर कोई विशेष कपड़ा नहीं था, कानों पर कोई सिक्योरिटी कवर नहीं था, वह साधारण चश्मा पहनकर आया और फिर जो हुआ, उसकी कल्पना भी आप नहीं कर सकते.