नयी दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को कहा कि सरकार ने देश के सूखा प्रभावित क्षेत्रों में ंिसचाई और पेयजल प्रदान करने के लिए दो ऐतिहासिक नदियों को जोड़ने की परियोजनाओं पर काम आगे बढ़ाया है।
बजट सत्र की शुरूआत में संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि 44,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली केन-बेतवा ंिलक परियोजना से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों के लाखों लोगों को लाभ होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘बाबासाहेब आंबेडकर के दृष्टिकोण पर चलते हुए देश के सूखाग्रस्त इलाकों में ंिसचाई और पीने का पानी उपलब्ध कराने के लिए मेरी सरकार ने दो ऐतिहासिक नदी जोड़ो परियोजनाओं पर काम आगे बढ़ाया है।’’ उन्होंने कहा कि 44,000 करोड़ रुपये से अधिक लागत की केन-बेतवा ंिलक परियोजना से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के लाखों ग्रामीण भाई-बहनों को लाभ मिलेगा।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘संशोधित पार्वती-कालींिसध-चम्बल ंिलक परियोजना से राजस्थान और मध्य प्रदेश में ंिसचाई और पीने के पानी की आवश्यकता की पूर्ति होगी।’’ उन्होंने कहा कि पोलावरम ंिसचाई परियोजना को पूरा करने के लिए 12,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि भी स्वीकृत की गई है।