रायपुर: राजधानी रायपुर के मुजगहन थाना क्षेत्र के जुलूम गांव में धर्मांतरण की शिकायत पर पुलिस ने गांव की दो महिलाओं सहित पांच लोगों को हिरासत में लिया है। राजधानी से लगे हुए जूलुम गांव के वीरेंद्र साहू के मकान में कुछ लोगों द्वारा प्रार्थना सभा रखी थी। छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। इस बार यह खबर राजधानी रायपुर से ही सामने आयी है। राजधानी से लगे हुए जूलुम गांव के वीरेंद्र साहू के मकान में कुछ लोगों द्वारा प्रार्थना सभा रखी गई थी। जैसे ही इस बात की जानकारी गांव वालों ने
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को दी वे पुलिस लेकर गांव पहुंचे और प्रार्थना सभा में शामिल लोगों को थाने लाया। इस मामले में गांव वालों ने थाने में शिकायत की है कि वीरेंद्र साहू और उसकी पत्नी अपने घर में हर रविवार को प्रार्थना सभा का आयोजन करते हैं।
जिसमें एक विशेष समुदाय के लोग पहुंचते हैं और गांव वालों को बीमारी का इलाज कराने, संतान प्राप्ति और बच्चों को परीक्षा में पास करवाने की बात करते हुए प्रार्थना में शामिल होने को कहते हैं। गांववालों की शिकायत पर पुलिस ने वीरेंद्र साहू जिसके घर में प्रार्थना सभा हो रही थी उसे, उसकी पत्नी, ओमप्रकाश कौशल उसकी पत्नी और उसके बेटे लीलाधर कौशल को हिरासत में लिया है। गांव वालों का कहना है कि ओमप्रकाश कौशल उसकी पत्नी और बच्चे दूसरे गांव के रहने वाले हैं, जो यहां पर रहकर लोगों को
धर्म परिवर्तन करने के लिए कहते हैं। मुजगहन इलाके में जैसे ही धर्मांतरण कराए जाने की जानकारी मिली भाजपा नेता केदार गुप्ता भी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंचे। वहां पर बजरंग दल,विश्व हिंदू परिषद और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने धर्मांतरण के खिलाफ नारेबाजी की और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। मुजगहन पुलिस ने गांव वालों की शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू करती है।