रायपुर: पूर्व सेवा गणना कर पुरानी पेंशन, क्रमोन्नत्ति तथा वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर प्रदेश के शिक्षक एल.बी.संवर्ग सतत प्रयासरत हैं, इसके लिए प्रदेश के प्रमुख संगठनों ने एकजुटता दिखाते हुए “पूर्व सेवा गणना शिक्षक मोर्चा” का गठन कर शासन-प्रशासन से संविलियन पूर्व सेवा गणना कर उपरोक्त लाभ प्रदान करने की मांग की है।
छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे,टीचर एसोशिएशन के प्रांताध्यक्ष संजय शर्मा, छ्ग संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष केदार जैन तथा नवीन शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष विकास राजपूत के नेतृत्व में बना यह पूर्व सेवा गणना शिक्षक मोर्चा इस समस्या के समाधान के लिए हर स्तर पर प्रयास कर रहा है। इसी परिपेक्ष्य में प्रदेश के समस्त मंत्री व विधायको से सम्पर्क कर मुद्दे से अवगत कराया गया,जिसमे अधिकांश विधायको ने पूर्व सेवा गणना का लाभ इस संवर्ग के प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री को अनुशंषा पत्र भी लिखा था।
मोर्चा संचालक वीरेंद्र दुबे के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा से मुलाकात की और इस संदर्भ में जानकारी देकर इस पर सार्थक पहल करने का आग्रह किया जिस पर आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने शीघ्र ही मोर्चा संचालकों की बैठक मुख्यमंत्री से कराने का आश्वाशन दिया।
मोर्चा संचालक वीरेंद्र दुबे ने आशा जताई है कि मुख्यमंत्री प्रदेश के शिक्षक एल बी संवर्ग की भावनाओं का ध्यान रखेंगे और हमारी समस्या का समाधान करने हेतु उचित पहल करेंगे ताकि पुरानी पेंशन प्रदान करने की उनकी घोषणा का लाभ 2 लाख शिक्षक एल बी संवर्ग और उनके परिजन को मिल सके।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव तथा अन्य मंत्री गणों से भी मोर्चा संचाकल गण चर्चा कर समर्थन मांग चुके हैं सभी ने इस संवर्ग को पूर्व सेवा गणना कर लाभ देने की मांग का समर्थन किया है और मुख्यमंत्री तक इस मांग को पहुचाने की बात कही है।
शालेय शिक्षक संघ के महासचिव धर्मेश शर्मा एवं प्रदेश मीडिया प्रभारी जितेंद्र शर्मा ने बताया कि वित्त विभाग से निर्धारित तिथि तक NPS/OPS विकल्प पत्र भरने के निर्देश के बावजूद प्रदेश के शिक्षक एल बी संवर्ग इसलिए नही भर पा रहे हैं क्योंकि इस संवर्ग के लिए पेंशन की गणना उनके संविलियन तिथि मतलब 2018 से की जा रही है जबकि उन्हें शिक्षक पद पर कार्य करते कई वर्ष हो चुके हैं ऐसे में मुख्यमंत्री की घोषणा का समुचित लाभ उन्हें नही मिल पा रहा है, इस संवर्ग को पुरानी पेंशन का लाभ तभी मिलेगा जब उनकी पुरानी पेंशन की गणना की जावेगी।
संविलियन तिथि से लाभ देने पर प्रदेश के हजारों शिक्षक पुरानी पेंशन से वंचित हो जाएंगे क्योंकि न्यूनतम पेंशन के लिए 10 वर्ष की सेवा अनिवार्य है और संविलियन तिथि से गणना करने पर 2028 के पूर्व सेवा निवृत्त होने वाले शिक्षक एल बी को पुरानी पेंशन का लाभ नहीं मिल पायेगा। शिक्षक मोर्चा सतत प्रयासरत है कि पूर्व सेवा की गणना हो ताकि प्रदेश का यह सबसे बड़ा कर्मचारी समूह मुख्यमंत्री की घोषणा से लाभान्वित हो सके।