रायपुर: मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के घर पर ईडी ने बुधवार को छापामार कार्रवाई की। विनोद वर्मा ने ED की छापेमारी पर गंभीर आरोप लगाया है। कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए वर्मा ने कहा कि कल मेरे घर पर लूट और डकैती हुई है। छापे के दौरान उनके घर से जब्त गहने और नगद आदि की जानकारी देते हुए वर्मा ने बताया कि कार्यवाही के दौरान हम बार-बार ईडी के अफसरों से छापे का आधार पूछते रहे, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं बताया। मेरे घर में जो कुछ भी है मेरी कमाई का है।
वर्मा ने बताया कि उनके घर से कुल 2 लाख 55 हजार 300 रुपये नगद मिला। इसमें कुछ पैसे मेरे बेटे की शादी के रिसेप्शन में मिले हुए थे, वो पैसे वैसे ही लिफाफो में बंद थे। लिफाफो में रखे रुपये की पूरी जानकारी हमने ईडी को दी। उन्होंने बताया कि 2005 के पहले तक मेरी स्थिति गहने खरीदने की नहीं थी, उसके बाद से अब तक जिनते भी गहने खरीदे उनमें से एक को छोड़कर बाकी सभी गहनों के बिल हमने ईडी को दिया। 6 ऐसे गहनों का भी बिल दिया जो गहने हमने अपने किसी रिश्तेदार को उपहार में दिए थे। बिल दिखाने के बावजूद ईडी पूरे गहने जब्त कर ले गई।
ईडी ने सीएम भूपेश के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के यहां महादेव सट्टा एप और मनी लॉड्रिंग में शामिल होने के आरोप में छापा मारा है। इस छापे के लिए ईडी के पास केवल दो आधार थे। उन्होंने बताया कि एक पत्रिका में उनके खिलाफ लेख छपा था। मैगजीन छपे लेखक को लेकर उन्होंने दुर्ग पुलिस श्डीजीपी को दिसंबर 2022 में पत्र लिखकर जांच करने की मांग की थी। वर्मा ने कहा कि वे इस मामले में मैगजीन की संपादक के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही करेंगे। दूसरा महादेव एप मामले में पकड़े गए पुलिस एएसआई चंद्रभूषण वर्मा का कथित बयान है। कि सीबी वर्मा से वे केवल एक बार मिले हैं। उन्होंने बताया कि चंद्रभूषण वर्मा को ढाई साल पहले खुद उन्होंने ऑफिस बुलाया कर आगाह किया था कि मेरे नाम लेकर कुछ भी करोगे तो मैं कार्यवाही करा दुंगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि चंद्रभूषण वर्मा ने उनका कोई रिश्ता नहीं है। बता दें कि तीन अन्य लोगों के साथ ईडी ने एसआई वर्मा गिरफ्तार कर कल ही कोर्ट में पेश किया था।
भाजपा का प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों के भरोसे चुनाव लड़ना चाह रही है, इसलिए जानबुझ कर कांग्रेस पार्टी के लिए काम करने वाले और मुख्यमंत्री के करीबियों को बदनाम करने की कोशिश कर रहे है। उन्होंने दावा किया कि मैंने आज तक ऐसा कोई काम नहीं किया जिसकी वजह से मेरी पार्टी, सरकार या मुख्यमंत्री की छवि पर दाग लगे। ईडी के पास मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी होगी अगर ईडी मेरे खिलाफ कोई भी सबूत ले आए।