नई दिल्ली : बॉलीवुड-साउथ एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना के वायरल डीपफेक वीडियो मामले में पुलिस अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. सोशल मीडिया पर सामने आए एक डीपफेक वीडियो (Deepfake Video) में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से किसी और महिला के फेस को रश्मिका मंदाना के चेहरे से रिप्लेस किया गया था.
एडिटिंग इतनी सफाई से की गई थी कि उसके फेक होने का पता लगाना बहुत मुश्किल था, हालांकि डीपफेक वीडियो के वायरल होने पर कई बॉलीवुड सेलेब्स ने भी इसकी आलोचना की और दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच शुरू की. पुलिस के एक सूत्र का कहना है कि जांड में मेटा (फेसबुक) कोई सहयोग नहीं कर रहा है, जिसकी वजह से अभी तक आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं.
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मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के सूत्र ने बताया कि Meta को नोटिस देकर जानकारी मांगी गई थी लेकिन Meta ने अब तक कोई जानकारी नहीं दी. लंबे समय से जांच जारी होने के बावजूद फिलहाल नहीं आरोपी का कोई सुराग नहीं मिल पाया है.
सूत्रों के मुताबिक आरोपी ने अपना अकाउंट और उससे जुड़े डाटा भी डिलीट कर दिए गए हैं. ये भी पता चला है कि आरोपी ने अकाउंट के लिए जाली आइडेंटिटी और वीपीएन (VPN) का किया इस्तेमाल था. पुलिस ने कुछ लोगों से पूछताछ की, जिन्होंने वीडियो शेयर किया था, लेकिन अभी तक आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला है.
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जिन लोगों से पूछताछ की गई थी, उन्होंने पहले रश्मिका मंदाना के डीपफेक वीडियो को X (ट्विटर) और फिर बाद में फेसबुक और अन्य जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया था. दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक Deepfake की जांच को किसी नतीजे पर पहुंचाने के लिए जांच में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहयोग सबसे जरूरी है.
ये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सरकार से बातचीत में तो हर तरह के सहयोग की बात करती हैं, लेकिन पुलिस जांच के दौरान आसानी से सहयोग नहीं करती. इस बीच, दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कहा था कि उन्हें रश्मिका मंदाना के डीपफेक वीडियो से संबंधित मामले की जांच में महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं और एक्सपर्ट्स की एक टीम टेक्निकल एनालिसिस के जरिए उनको वेरिफाई कर रही है.