बेंगलुरु: रेणुकास्वामी हत्या मामले में न्यायिक हिरासत में बंद कन्नड़ एक्टर दर्शन थुगुदीपा को जेल में कथित तौर पर विशेष सुविधाएं देने के लिए सात जेल अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। अभिनेता की हाथ में कॉफी का एक मग लिए धूम्रपान करने की एक तस्वीर रविवार को सोशल मीडिया पर आने के बाद विवाद पैदा हो गया। मामले की जांच के बाद यहां परप्पना अग्रहारा के केंद्रीय कारागार के अधीक्षक का भी तबादला कर दिया गया है।
तस्वीर में दर्शन तीन अन्य लोगों के साथ जेल परिसर में एक प्रांगण में आराम से कुर्सी पर बैठे हुए दिखायी दे रहे हैं। उनके साथ मौजूद तीन लोगों में से दो कथित अपराधी हैं। कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने सोमवार को यहां पत्रकारों को बताया कि जिन अधिकारियों को निलंबित किया गया है उनमें जेलर शरण बसप्पा अमिनगाद और प्रभु एस खंडेलवाल, सहायक जेलर एल एस कुप्पेस्वामी, श्रीकांत तलवार, हेड वार्डर वेंकप्पा, संपत कुमार और वार्डर के. बसप्पा शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि नए जेल अधीक्षक को ‘‘ड्यूटी में लापरवाही’’ की ऐसी घटनाओं से सख्ती से निपटने के लिए कहा जाएगा। परमेश्वर ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आने के तुरंत बाद उन्होंने पुलिस महानिदेशक को जांच करने का निर्देश दिया जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के एक दल ने जेल का निरीक्षण किया। उनकी जांच में दर्शन को विशेष सुविधाएं देने में निलंबित अधिकारियों की संलिप्तता पायी गयी।
उन्होंने कहा कि यह ंिचता का विषय है कि राज्य की जेलों में सीसीटीवी कैमरे और ‘जैमर’ लगे होने के बावजूद ऐसी घटनाएं होती हैं। इस हत्याकांड के संबंध में दर्शन के साथ उनकी मित्र पवित्रा गौड़ा समेत कुल 17 लोग न्यायिक हिरासत में हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अभिनेता के 33 वर्षीय प्रशंसक रेणुकास्वामी ने गौड़ा को अश्लील संदेश भेजे थे जिससे नाराज होकर दर्शन ने कथित तौर पर उसकी हत्या की साजिश रची। उसका शव नौ जून को यहां सुमनहल्ली में एक अपार्टमेंट के बगल में एक नाले के समीप मिला था।
चित्रदुर्ग में दर्शन के ‘फैन क्लब’ में शामिल एक आरोपी राघवेंद्र यहां आर आर नगर में रेणुकास्वामी को अभिनेता से मिलवाने के बहाने लेकर आया था। वहां रेणुकास्वामी को कथित तौर पर प्रताड़ित किया गया और उसकी हत्या कर दी गयी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, चित्रदुर्ग के रहने वाले रेणुकास्वामी की कई चोटों के परिणामस्वरूप खून बहने के कारण मौत हो गयी थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस मामले में आरोपी नंबर एक गौड़ा रेणुकास्वामी की हत्या के लिए ‘‘मुख्य वजह’’ थी। सूत्रों ने दावा किया कि जांच से यह साबित हो गया है कि उसने अन्य आरोपियों को उकसाया, उनके साथ साजिश रची और अपराध में भाग लिया।