Sam Pitroda के बयान पर बवाल, कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने बनाई दूरी

0
295
Sam Pitroda के बयान पर बवाल, कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने बनाई दूरी

नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2024 के बीच कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा (Sam Pitroda) के एक और बयान से विवाद खड़ा हो गया है. उनकी इस टिप्पणी से कांग्रेस ने दूरी बना ली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) समेत सभी बीजेपी नेताओं ने सैम पित्रोदा की कथित टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस को घेर लिया है.

दरअसल, एक पॉडकास्ट में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख पित्रोदा ने बुधवार को कहा, ‘हम 75 साल से बहुत खुशहाल माहौल में रह रहे हैं, जहां लोग यहां-वहां के कुछ झगड़ों को छोड़कर एक साथ रह सकते हैं. हम भारत जैसे विविधतापूर्ण देश को एक साथ रख सकते हैं. जहां पूर्व में लोग चीनी जैसे दिखते हैं, पश्चिम में लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर में लोग शायद गोरे जैसे दिखते हैं और दक्षिण में लोग अफ़्रीकी जैसे दिखते हैं.’

इसे भी पढ़ें :-रायपुर : शिक्षा मण्डल की हेल्पलाईन पर 65 फोन कॉल का हुआ समाधान

उन्होंने आगे कहा, ‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. हम सभी भाई-बहन हैं. हम अलग-अलग भाषाओं, अलग-अलग धर्मों, अलग-अलग रीति-रिवाजों, अलग-अलग खान-पान का सम्मान करते हैं.’ उनकी इस टिप्पणी के बाद विवाद खड़ा हो गया. हालांकि, कांग्रेस ने पित्रोदा की टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया और इसे दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य बताया और कहा कि पार्टी टिप्पणियों से खुद को पूरी तरह से अलग करती है.

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ‘भारत की विविधता को चित्रित करने के लिए एक पॉडकास्ट में सैम पित्रोदा द्वारा कही गई बातें सबसे दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य हैं. कांग्रेस इन बातों से खुद को पूरी तरह से अलग करती है.’

इसे भी पढ़ें :-RAIPUR: सीजीबीएसई के 10वीं और 12वीं के नतीजे एक दिन बाद…

वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पित्रोदा की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव आगे बढ़ रहे हैं, विपक्षी पार्टी का मुखौटा उतरता जा रहा है. बीजेपी ने दावा किया कि पित्रोदा की ”नस्लवादी” टिप्पणियों से देश को नस्ल, धर्म और जाति के आधार पर बांटने की कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति की पोल खुल गई है.

पीएम मोदी ने इस मामले में राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘जब मुझे गालियां दी जाती हैं तो मैं इसे बर्दाश्त कर सकता हूं, लेकिन जब मेरे लोगों को गालियां दी जाएंगी तो ये बर्दाश्त नहीं होगा. हम इस जातिवादी मानसिकता को स्वीकार नहीं करेंगे. क्या हम त्वचा के रंग के आधार पर किसी व्यक्ति की योग्यता तय कर सकते हैं? किसने शहजादे को मेरे लोगों को इस तरह तुच्छ दृष्टि से देखने की अनुमति दी?’

इसे भी पढ़ें :-BIG NEWS: एस्ट्राजेनेका ने कोविड-19 टीके वापस मंगाए, उपलब्ध टीकों की अधिक संख्या को बताया वजह…

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here