रायपुर: सिलतरा के निजी स्टील प्लांट में शुक्रवार को बड़ा हादसा हो गया. हादसे में 6 कर्मचारियों की मौत हो गई. हादसे में घायल 6 कर्मचारियों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. घायलों का हाल चाल लेने के लिए आज प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज नारायणा अस्पताल पहुंचे. दीपक बैज ने घायलों से मुलाकात कर हादसा कैसे हुआ इसकी जानकारी ली. मीडिया से बातचीत के दौरान दीपक बैज ने हादसे में जान गंवाने वाले कर्मचारियों के प्रति संवेदना प्रकट की.
1-1 करोड़ के मुआवजे की मांग: दीपक बैज ने सरकार से मांग की है कि मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए मुआवजा राशि दिया जाए. इसके साथ ही घायलों के परिजनों को 50-50 लाख की मुआवजा राशि दी जानी चाहिए. दीपक बैज ने इस पूरे घटनाक्रम को निजी स्टील प्लांट प्रबंधन की गंभीर लापरवाही बताई है. दीपक बैज ने हादसे के लिए राज्य सरकार को भी दोषी ठहराया. हादसे की जांच के लिए कांग्रेस पार्टी ने धनेंद्र साहू के नेतृत्व में एक कमेटी का भी गठन किया है जो स्टील फैक्ट्री में हादसे की जांच करने के साथ ही उससे जुड़ी जानकारी जुटाएगी.
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आज हम लोग नारायण हॉस्पिटल आए हैं. यहां पर 5 घायल भर्ती हैं जिनसे मुलाकात की गई है. उनका इलाज चल रहा है, डॉक्टर से चर्चा भी हुई है. सभी घायल खतरे से बाहर बताए गए हैं. हमें उम्मीद करते है कि बहुत जल्दी सभी घायल ठीक हो जाएंगे. जिन 6 लोगों की इस हादसे में मौत हुई है उनके प्रति हम संवेदना व्यक्त करते हैं. 6 से 7 महीने में फैक्ट्री और कंपनी में 10 से 15 दिनों का शट डाउन होता. वह शटडाउन इस फैक्ट्री में तीन दिनों के लिए हुई थी.
इस शट डाउन के दौरान जो लोग स्टील फैक्ट्री के अंदर जाकर मेंटेनेंस का काम देख रहे थे, उसके बाद यह बड़ा हादसा हुआ. जो निश्चित रूप से बहुत ही चिंताजनक है. छत्तीसगढ़ में इससे भी पहले कई बार आधा दर्जन से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं. बारूद फैक्ट्री में 9 लोगों की मौत हुई थी. इस तरह से कई फैक्ट्रियों में लगातार मजदूर अधिकारी और कई कर्मचारियों की मेंटेनेंस के दौरान मौत हो चुकी है: दीपक बैज, पीसीसीसी चीफ, छत्तीसगढ़
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पीसीसी चीफ दीपक बैज का आरोप: बैज ने कहा कि जिस तरह से प्लांट में लापरवाही बरती गई उससे कई गंभीर सवाल खड़े होते हैं. बैज ने कहा कि इस तरह की लापरवाही और हादसे ये बताते हैं कि शासन स्तर पर और श्रम विभाग की और से बड़ी लापरवाही बरती गई. बैज ने कहा कि समय-समय पर इस तरह के उद्योग और फैक्ट्रियों का निरीक्षण और जांच होनी चाहिए.
बैज ने कहा कि मनमाने तरीके से फैक्ट्री का संचालन किए जाने की बात सामने आई है. नियमों को ताक पर रखकर कंपनी एक्ट का पालन नहीं किया जा रहा है. बैज ने कहा कि लगातार लापरवाही के चलते इस तरह के हादसे हो रहे हैं. बैज ने याद दिलाते हुए कहा कि बारूद फैक्ट्री में कुछ इसी तरह की लापरवाही हुई थी और 9 लोगों की जान चली गई थी.
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लगातार छत्तीसगढ़िया लोगों के साथ इस तरह की घटनाएं हो रही है. इसमें शासन प्रशासन की लापरवाही है. छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना और जोहार पार्टी इस मुद्दे को लेकर लड़ाई लडेंगे. इस हादसे के लिए पूरी तरह से प्लांट प्रबंधन जिम्मेदार है. हादसे में जिन लोगों की जान गई है उनके परिजनों को दो – दो करोड़ का मुआवजा मिलना चाहिए. घायलों को एक – एक करोड़ का मुआवजा दिया जाना चाहिए. किसी का जीवन तो वापस नहीं आएगा लेकिन जो भी आर्थिक मदद परिवार को आगे चलाने में जरुरी हो वो किया जाना चाहिए: गोपीचंद साहू, जिला अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ जोहार पार्टी
कड़ी कार्रवाई और दोषियों को सजा देने की मांग: हादसे पर पीसीसी चीफ दीपक बैज और छत्तीसगढ़ जोहार पार्टी ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. प्लांट में जिस वक्त हादसा हुआ उस वक्त मौजूद अधिकारियों से भी पूछताछ की जानी चाहिए. छत्तीसगढ़ जोहर पार्टी के जिला अध्यक्ष ने कहा कि घायलों के परिजन जो वहां पहुंचे थे उनको प्रबंधन के द्वारा वहां से हटा दिया गया. छत्तीसगढ़ जोहार पार्टी ने कहा कि अगर पीड़ितों को सही मुआवजा और न्याय नहीं मिलेगा तो वो बड़ा प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे.