रायपुर 05 अगस्त 2024। भाजपा सरकार द्वारा हरेली तिहार उत्सव के आयोजन पर तंज करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में पूर्व में 15 साल रमन सिंह की सरकार रही, तब भाजपा के नेताओं को न हरेली याद आया न तिजा पोरा। छत्तीसगढ़ की प्रथा परंपरा और संस्कृति का ख्याल उस दौरान भारतीय जनता पार्टी को नहीं रहा, अब साय सरकार 15 साल के पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के पाप धोने, सरकारी आयोजन कराने मजबूर है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से हरेली, तीजा पोरा, गोवर्धन पूजा और विश्व आदिवासी दिवस पर न केवल अवकाश घोषित किया गया बल्कि राजधानी में मुख्यमंत्री आवास से लेकर जिला, ब्लॉक और गांव स्तर पर छत्तीसगढ़िया तीज त्यौहारो का सरकारी आयोजन करने की शुरुआत हुई।
इसे भी पढ़ें :-ग्वालियर में अचलेश्वर मंदिर की दानपेटी से निकली धमकी भरी चिट्ठी….लिखा है ‘मेरा अगला टारगेट मुकेश अंबानी…’
भारतीय जनता पार्टी के जो नेता कांग्रेस सरकार के आयोजनो की निंदा करते थे, उपेक्षा करते थे, हिकारत भरी नज़रों से देखते थे, आज छत्तीसगढ़ी त्योहारों के आयोजन करने के लिए बाध्य हुए हैं। यह छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान और आत्मसम्मान की जीत है भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की छत्तीसगढ़िया विरोधी अहंकार की हार है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि नकल करने में भी भाजपा सरकार नाकाम रही। जो स्वाभाविक उत्साह, उल्लास, सांस्कृतिक भव्यता और मौलिकता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आयोजन में थी भाजपा सरकार में उसकी झलक नहीं थी। विगत 5 वर्षों जो हरेली तिहार का आयोजन मुख्यमंत्री निवास पर होते थे, उसके विपरीत इस बार का आयोजन केवल राजनैतिक इवेंट बनकर रह गया। छत्तीसगढ़िया जनता में संदेश यही है कि 15 साल के पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के छत्तीसगढ़िया विरोधी पाप पर परदेदारी करने के लिए प्रायश्चित के तौर पर भाजपा सरकार हरेली के आयोजन करने बाध्य हुई है।