अंबिकापुर: कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव ने कहा कि मेरे शुभचिंतक मुझसे मजबूत हैं। जनादेश मुझे स्वीकार है। अब पार्टी मुझे जो जिम्मेदारी देगी काम निरंतर करता रहूंगा। अंबिकापुर शहर ने मेरा साथ नहीं दिया। मैं खुद इसकी समीक्षा कर रहा हूं। मुझमें ही कोई कमी रह गई होगी।
भविष्य में कमी को दूर करूंगा। जनादेश मुझे ससम्मान स्वीकार है। मेरे विधानसभा के 90 हजार से अधिक लोगों ने मुझे पसंद किया है,उनका मैं आभारी हूं।उन्होंने कहा कि मैं हार के मैदान नहीं छोडूंगा। अगर जीत जाता तो अगली पीढ़ी को विरासत सौंपा देता। लेकिन हार गया हूं तो मैदान में डटे रहूंगा। सिंहदेव पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे।
पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि प्रजातंत्र में जनता जनार्दन सब कुछ है, उसका हर आदेश स्वीकार है। अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने मुझे जीत के करीब पहुंचा दिया था। मैं उनके प्रति कृतज्ञ हूं। मैं यहीं का हूं, मेरा परिवार यहीं का है। मुझे यही रहना है।भविष्य में जो भी अपेक्षा होगी लोगों की सेवा के लिए सदैव उपलब्ध रहूंगा।यह अप्रत्याशित हार है।
पिछली बार सरगुजा संभाग में 14 में से 14 सीट मिला था। इस बार यह सारी सीट भाजपा ने हासिल कर लिया। अंबिकापुर विधानसभा क्षेत्र में मैं नगर निगम क्षेत्र से सहयोग में नहीं जुटा पाया। सरकार में रहते काम नहीं कर पाया किंतु अंतर मन से बेहतर काम हो इसका प्रयास मैंने हमेशा किया।
उन्होंने कहा कि पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग कारण से परिणाम आया है। अलग-अलग क्ष्रेत्र में अलग अलग मुद्दे थे। आदिवासी क्षेत्र में कांग्रेस पीछे रह गई जबकि विकास के कई काम हुए थे। इन सारी चीजों को लेकर विचार मंथन होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमारी घोषणा पत्र का नकल किया और उन्हें जीत मिली।कांग्रेस पीछे हो गई। महिलाओं के लिए 12 हजार की घोषणा भाजपा ने की।
हमने भी दीपावली के दिन 15 हजार की घोषणा की थी पर भाजपा ने 10 रुपये लेकर लोगों से इसका फॉर्म भरवाया, निश्चित रूप से इसका असर रहा।नए मतदाता जुड़े थे जो प्रदेश में लोक सेवा आयोग की भर्ती में हुई गड़बड़ी से नाखुश रहे। हाई कोर्ट में इसको लेकर जिस विधायक ने याचिका लगाई थी वह भी चुनाव हार गए किंतु यह मुद्दा तो बड़ा था। यह भी हार का एक कारण हो सकता है।
मुझे मुख्यमंत्री बनाने के नाम की चर्चा चली थी, हो सकता है उसका भी असर संभाग के लोगों में रहा हो। हालांकि पार्टी ने कभी मुझे मुख्यमंत्री बनाने की बात नहीं कही थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सुनिश्चित करना होगा, कार्यकर्ताओं की बात सुने। उनकी बातों का वजन रहे तभी मन से कम होगा। निश्चित रूप से पांच साल में अधिकारी हावी रहे। चुनिंदा लोगों का काम होता था। हार के पीछे यह अभी एक कारण है। उन्होंने कहा कि मेरा परिवार सरगुजा का है।हमें यहीं रहना है। लोगों से जुडक़र रहना है।संबंध सभी से पूर्व की भांति बनाए रखना है। उनके लिए सदैव उपलब्ध रहूंगा।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सिंहदेव ने कहा कि अब मैं खाली हूं। पार्टी जो जिम्मेदारी देगी वह काम करूंगा। हमारा परिवार हमेशा से कांग्रेस के साथ रहा है। हर परिस्थिति में कांग्रेस के साथ खड़ा रहेगा।हमारे साथ के लोगों को समेट कर रखने की जिम्मेदारी भी मेरी है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सिंहदेव ने कहा कि भाजपा को बड़ी जीत मिली है। टिकट बंटवारे में डा रमन सिंह की राय पार्टी ने ली थी। उनकी छवि भी बेदाग है, ऐसे में मुझे लगता है डॉक्टर रमन सिंह ही मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि हालांकि यह भाजपा का अंदरुनी मामला है। अरुण साव व विष्णुदेव साय भी मुख्यमंत्री की लाइन में है। मुझे व्यक्तिगत रूप से खुशी होगी यदि सरगुजा की बेटी रेणुका सिंह को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो। यदि सरगुजा की बेटी मुख्यमंत्री बनतीं है तो इस क्षेत्र का विकास भी बेहतर हो सकेगा।