मेलबर्न: आस्ट्रेलिया दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत बनाने के लिए उत्सुक है लेकिन यह इस क्षेत्र की भाषाओं को सीखने से पीछे हट रहा है। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों द्वारा दक्षिण-पूर्व एशियाई समूह की एक प्रमुख भाषा ‘बहासा इंडोनेशिया’ सीखने की अहमियत को पहचाना है। जैसा कि उन्होंने 2022 में कहा था : ‘‘अधिक आॅस्ट्रेलियाई लोगों का बहासा इंडोनेशिया सीखना हमारा संबंधों को गहरा बनाने में महत्वपूर्ण होगा।’’
हालांकि, आखिरी बार 2020 की गणना के अनुसार, आॅस्ट्रेलिया के घरेलू विश्वविद्यालय के महज एक प्रतिशत छात्र एशियाई भाषा की पढ़ाई कर रहे हैं। यह 2005 में 1.75 फीसदी था और इसमें कमी आई। इनमें से केवल 828 छात्र बहासा इंडोनेशिया सीख रहे थे।
अल्बानीज इस महीने दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संघ (आसियान) के नेताओं के लिए एक ‘‘विशेष शिखर सम्मेलन’’ का आयोजन कर रहे हैं। इस सम्मेलन का उद्देश्य दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के साथ साझेदारियों को मजबूत बनाना है। इस क्षेत्र के 2040 तक दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है जिससे आॅस्ट्रेलियाई कारोबार के लिए बड़े आर्थिक अवसर पैदा होते हैं।
एशिया का भू-राजनीतिक महत्व पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है। वैश्विक व्यापार के पांचवें हिस्से से अधिक व्यापार दक्षिण चीन सागर के जरिए होता है जिससे यह क्षेत्र व्यापार का अहम मार्ग बन गया है। लेकिन 1950 के दशक से दक्षिण-पूर्व एशिया के साथ आॅस्ट्रेलिया के संबंधों के लिए शिक्षा महत्वपूर्ण होने के बावजूद ऐसा लगता है कि आॅस्ट्रेलिया के छात्र दक्षिण-पूर्व एशियाई भाषाएं बोलने के लिए पर्याप्त रूप से तैयार नहीं हैं।
कुल मिलाकर आॅस्ट्रेलिया में भाषाओं को सीखने की स्थिति खराब है। केवल आठ प्रतिशत आॅस्ट्रेलियाई छात्रों ने कहा कि वे 2018 में दो या उससे अधिक विदेशी भाषाएं सीख रहे थे जो आर्थिक सहयोग व विकास संगठन (ओईसीसीडी) देशों के 50 प्रतिशत छात्रों के विदेशी भाषाएं सीखने के मुकाबले काफी कम है।
पिछले कुछ वर्षों से आॅस्ट्रेलिया के स्कूलों में पढ़ायी जाने वाली सबसे आम भाषाओं में जापानी, फ्रेंच, जर्मन और मंदारिन भाषा शामिल हैं। 2017 के एक अध्ययन से पता चलता है कि ग्रीक, इतालवी और फ्रेंच ये सभी भाषाएं वियतनामी के मुकाबले अधिक पढ़ायी जा रही हैं जबकि वियतनामी भाषा आठवें स्थान पर है। इंडोनेशियाई भाषा उस साल पांचवीं सबसे ज्यादा पढ़ाई जाने वाली भाषा थी।
आसियान देशों के साथ सार्थक साझेदारी बनाए रखने के लिए इस पड़ोसी क्षेत्र की भाषाएं सीखना महत्वपूर्ण है।
उदाहरण के लिए इंडोनेशिया एक उभरती महाशक्ति है जिसकी आबादी करीब 27.4 करोड़ है। 10 लाख से अधिक आॅस्ट्रेलियाई नागरिक हर साल इंडोनेशिया की यात्रा करते हैं।
रक्षा और व्यापार संबंधों के लिए कूटनीति अहम है। आॅस्ट्रेलिया दक्षिण-पूर्व एशिया के ऐसे प्रतिनिधिमंडल की उम्मीद कभी नहीं करेगा जिसमें कोई भी अंग्रेजी भाषा न बोलता हो जबकि ऐसा लगता है कि आॅस्ट्रेलिया ने मान लिया है कि हमारे साझेदार उनकी भाषा न बोलने पर बुरा नहीं मानेंगे। आॅस्ट्रेलिया का सबसे बड़ा पड़ोसी होने के नाते इंडोनेशिया और अन्य दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के साथ हमारी साझेदारी काफी महत्वपूर्ण है।