नई दिल्ली : हरियाणा से चार बार विधायक और दो बार सांसद रहे पूर्व कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थाम लिया। बिश्नोई की पत्नी और पूर्व विधायक रेणुका बिश्नोई भी भाजपा में शामिल हो गईं।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पार्टी महासचिव अरुण सिंह, राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी और प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
वहीँ इस अवसर पर खट्टर ने बिश्नोई दंपती का भाजपा में स्वागत करते हुए कहा कि कुलदीप बिश्नोई से वह लगातार संपर्क बनाए हुए थे और उन्होंने राज्यसभा चुनाव में भाजपा का सहयोग किया। उन्होंने दावा किया कि बिश्नोई बिना किसी शर्त के भाजपा में शामिल हुए हैं।
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गौरतलब है कि बिश्नोई कांग्रेस पार्टी से पहले से ही नाराज चल रहे थे। इस साल की शुरुआत में उन्हें कांग्रेस की हरियाणा इकाई के प्रमुख के पद पर नियुक्त न किए जाने के बाद उन्होंने बगावती तेवर अपना लिए थे।
इसके बाद जून में हुए राज्यसभा चुनाव में ‘क्रॉस वोटिंग’ करने के कारण कांग्रेस ने बिश्नोई को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था। हरियाणा के हिसार जिले की आदमपुर सीट से विधायक बिश्नोई (53) ने बुधवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत भजनलाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई दूसरी बार कांग्रेस से नाता तोड़ रहे हैं। पार्टी से अलग होने के बाद करीब छह साल पहले ही वह दोबारा कांग्रेस से जुड़े थे।
वर्ष 2005 में राज्य में कांग्रेस की जीत के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर बिश्नोई और उनके पिता भजनलाल ने 2007 में हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) बनाई थी। हजकां ने बाद में भाजपा और दो अन्य दलों के साथ गठबंधन कर लिया था और 2014 का लोकसभा चुनाव हरियाणा में साथ लड़ा था। हालांकि, विधानसभा चुनाव से पहले यह गठबंधन टूट गया था।