नई दिल्ली : भारत के सुप्रीम कोर्ट की पूर्व जज एम फातिमा बीवी का 96 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. जस्टिस बीवी भारत के सु्प्रीम कोर्ट की जज बनने वाली पहली महिला थीं. वो देश की उच्च न्यायपालिका में नियुक्त होने वाली पहली मुस्लिम महिला भी थीं.
जज फातिमा बीवी का जन्म 1927 में केरल में हुआ था. बीवी ने बताया था कि उनके पिता ने उन्हें कानून की पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित किया था. 1950 में बार काउंसिल परीक्षा में टॉप किया और बार काउंसिल स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाली पहली महिला बनीं. केरल में एक वकील के रूप में अपना करियर शुरू किया और 1974 में जिला और सत्र न्यायाधीश बनने तक काम किया.
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1980 में फातिमा बीवी आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण में शामिल हुईं और 1983 में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुईं. उन्हें 1989 में सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज बनाया गया. इसके साथ ही उन्होंने इतिहास रच दिया. सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में वो उच्च न्यायपालिका में पहली मुस्लिम महिला और किसी एशियाई देश में सर्वोच्च न्यायालय की न्यायाधीश बनने वाली पहली महिला बनीं.
साल 1993 में फातिमा बीवी रिटायर हुईं. इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य के रूप में काम किया. और फिर तमिलनाडु के राज्यपाल के रूप में. आपको बता दें, उन्हें तमिलनाडु के राज्यपाल पद से इस्तीफा देना पड़ा था क्योंकि उन्होंने राजीव गांधी की हत्या के केस में चार दौषियों की दया याचिका खारिज कर दिया था.