श्रीनगर. अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से हुए हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है. आईटीबीपी के जवान भी शनिवार तड़के से ही राहत कार्य में जुट गए. इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो चुकी है. एक अधिकारी ने बताया कि करीब 40 लोग लापता हैं और पांच को बचा लिया गया है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ऊपरी पवित्र गुफा के पास 5 पुरुष और 3 महिला तीर्थयात्रियों की मौत हुई है जबकि निचली पवित्र गुफा के नजदीक 3 पुरुष और 2 महिलाओं की जान गई.
पुलिस और एनडीआरएफ अधिकारियों ने भाषा को बताया कि दक्षिण कश्मीर में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा के पास भारी बारिश के बीच शाम करीब साढ़े पांच बजे बादल फटा था. उसके बाद पहाड़ की ढलानों से पानी और गाद की मोटी धारा घाटी की ओर बहने लगी. इसकी चपेट में आकर गुफा के बाहर आधार शिविर में बने 25 टेंट और तीन सामुदायिक रसोईघर नष्ट हो गए.
राहत और बचाव कार्यों में सेना, बीएसएफ, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जम्मू-कश्मीर प्रशासन और अन्य अधिकारी कर्मचारियों को लगाया गया है. जम्मू कश्मीर प्रशासन ने बचाव अभियान के लिए उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर भी लगाये हैं. सेना की तरफ से बताया गया कि राहत और बचाव कार्यों में 6 टीमें जुटी हुई हैं. खोजी डॉग स्क्वॉड की दो टीमें भी रेस्क्यू मिशन में लगाई गई हैं. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा खुद पल पल की जानकारी ले रहे हैं.