देवास : मध्यप्रदेश से एक बड़े हादसे की जानकरी सामने आई है दरअसल, देवास की डिस्पोजल कंपनी में भीषण आग लग गई। जिसके कारण दम घुटने से 2 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 2 झुलस गए हैं। मिली जानकरी के अनुसार, हादसा शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे औद्योगिक क्षेत्र स्थित आराध्या डिस्पोजल प्राइवेट कंपनी में हुआ है।
वहीँ, जेसीबी से दीवार तोड़कर मजदूरों को निकाला गया। 7 दमकलों ने दोपहर 2 बजे आग पर काबू पाया। बताया जा रहा कि शॉर्ट सर्किट के चलते आग लगी है, हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।
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मजदूर नाइट ड्यूटी से लौटकर सो रहे थे। इसी दौरान आग लगी। इसमें सोनू चौधरी पिता रमेश (24) और पप्पू परमार (30) की मौत हो गई। जबकि आग की चपेट में आए इनके दो साथी महेश वर्मा और बहादुर को अस्पताल में भर्ती कराया गया। दोनों को इंदौर रेफर कर दिया है। ये चारों श्रमिक पान खेड़ी के रहने वाले हैं।
हादसे में झुलसे युवक ने बताया कि हम चारों पानखेड़ी गांव के निवासी हैं। गुरुवार रात हमारी नाइट ड्यूटी थी। इसके बाद सुबह लौटे तो सो गए। करीब 11 बजे अचानक आग की तपन से जागे। हम चारों तरफ धुएं से घिरे थे। हमारे 2 साथियों में कोई हलचल नहीं दिखाई दी। जबकि एक साथी बेहोशी की स्थिति में था। कुछ देर बाद मैं भी बेहोश गया।
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मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, देवास नगर निगम के फायर डिपार्टमेंट के अनुभव चंदेल ने बताया कि शुक्रवार सुबह 11 बजे लगी आग 5 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है। आग बुझाने में दमकल की गाड़ियों समेत 30 टैंकर जुटे रहे। अभी 3 दमकल की गाड़ियां मौके पर है। फिलहाल नुकसान का आकलन नहीं हो पाया है।
वहीँ, पानखेड़ी गांव के दो युवकों की मौत की सूचना पर अस्पताल पहुंचे युवक दिलीप सिंह पवार ने बताया कि इस फैक्ट्री में डिस्पोजल बनते हैं। मेरे गांव के गोरधन उर्फ सोनू और पप्पू की मौत हो गई। ये दोनों अविवाहित थे, लेकिन परिवार को पालने की जिम्मेदारी इनके ही कंधों पर थी। चारों लड़के करीब 8 साल से कंपनी में काम कर रहे थे। इनसे 12 घंटे ड्यूटी कराई जाती थी। हमारा कंपनी के मालिक से कहना है कि इनके परिवार को आर्थिक सहायता दें। इस फैक्ट्री में करीब 10 साल से हमारे गांव के 25 से 30 युवक काम करने आते रहे हैं। ये 24 घंटे कंपनी में ही रहते थे।