वांिशगटन: पूर्वी सीरिया में पिछले कई हफ्तों से अमेरिकी सैनिकों के अड्डों पर किये जा रहे हमलों के जवाब में अमेरिका ने इसी क्षेत्र में ईरान सर्मिथत मिलीशिया से जुड़े चरमपंथियों के ठिकाने पर हवाई हमला किया। पेंटागन ने यह जानकारी दी।
दो अमेरिकी लड़ाकू विमानों एफ-15 ने ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड से जुड़े हथियार भंडारण वाली जगह को निशाना बनाया। अमेरिका के रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति के लिए अमेरिकी सैनिकों की सुरक्षा से बढक़र कुछ नहीं है और उन्होंने आज की कार्रवाई से स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिका अपनी, अपने र्किमयों और अपने हितों की रक्षा के लिए कितना सजग है।’’
दो सप्ताह में कम से कम यह दूसरी बार है जब अमेरिका ने चरमपंथी समूहों के ठिकानों पर बमबारी की है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि 17 अक्टूबर से अब तक कम से कम 40 ऐसे हमले किये गये हैं। इनमें से कई ठिकाने ऐसे थे जो कि इराक के संरक्षण में चल रहे थे।
अमेरिका ने अपने हालिया हमले की योजना को इस तरह अंजाम दिया, जिससे सीरिया में मौजूद ईरानी सर्मिथत चरमपंथियों की कमर तोड़ी जा सके। इसीलिए उनके हथियार और गोला-बारूद को नष्ट करने के उद्देश्य से निशाना साधा गया।