BIG NEWS: ईडी ने जल जीवन मिशन मामले में कथित बिचौलिए को गिरफ्तार किया…

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जयपुर: प्रवर्तन निदेशालय ने राजस्थान में जल जीवन मिशन योजना को लागू करने में कथित अनियमितताओं से संबंधित धनशोधन जांच के सिलसिले में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि कथित बिचौलिए संजय बड़ाया से मंगलवार को यहां एजेंसी कार्यालय में पूछताछ की गई थी जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन (जेजेएम) का उद्देश्य नल के माध्यम से स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है और राजस्थान में इसे राज्य के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी (पीएचई) विभाग द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।

इस मामले में यह चौथी गिरफ्तारी है। केंद्रीय एजेंसी इससे पहले तीन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जिनमें श्री गणपति ट्यूबवेल कंपनी के मालिक महेश मित्तल, श्री श्याम ट्यूबवेल कंपनी के मालिक पदमचंद जैन और एक अन्य व्यक्ति पीयूष जैन शामिल हैं।

एजेंसी की जांच में पाया गया कि पदमचंद जैन, महेश मित्तल, पीयूष जैन और अन्य लोग पीएचईडी से विभिन्न निविदाएं हासिल करने, बिल की स्वीकृति से लेकर ठेका मिलने के बाद किए गए काम को छिपाने के लिए सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने में शामिल थे।

एजेंसी ने दावा किया कि संदिग्ध अपने ठेकों/अनुबंधों में उपयोग करने के लिए हरियाणा से ‘चोरी’ का सामान खरीदने में भी शामिल थे और उन्होंने पीएचईडी के अनुबंध प्राप्त करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम इरकॉन के ‘फर्जी’ कार्य समापन पत्र भी जमा किए थे।

ईडी का धनशोधन मामला भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा दर्ज की गई एक प्राथमिकी पर आधारित है जिसमें पदमचंद जैन, महेश मित्तल, पीयूष जैन और अन्य पर आरोप लगाए गए हैं। जांच के सिलसिले में ईडी ने पीएचई विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, राजस्थान के पूर्व मंत्री महेश जोशी और पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल के आवासीय और आधिकारिक परिसर की तलाशी ली थी। इस मामले में अब तक 11.03 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है।

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