अयोध्या: रामलला प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है। जिसकी तैयारियां तेजी से चल रही हैं। देश की तमाम मशहूर हस्तियों को राम मंदिर के इस कार्यक्रम में शामिल होने का न्यौता दिया जा रहा है। साथ ही हजारों की तादाद में साधू-संत भी पहुंचने वाले हैं। लेकिन इस बीच नीतीश की पार्टी जेडीयू के सांसद कौशलेंद्र कुमार ने विवादित बयान दे दिया है। और राम मंदिर समारोह के लिए भेजे जा रहे निमंत्रण पर सवाल खड़े कर दिए हैं। और कहा कि क्या किसी के बेटे का ब्याह है, या फिर किसी के पिता जी का श्राद्ध जो न्यौता भेजा जा रहा है।
एक कार्यक्रम में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि क्या किसी के बेटे का ब्याह है जो निमंत्रण दिया जा रहा है। निमंत्रण की क्या जरुरत है। न्यौता नहीं देंगे तो क्या हम अयोध्या नहीं जाएंगे। अयोध्या जाइए, न्यौता की क्या जरुरत है। वो न्यौता दे क्यों रहे हैं, किसी के पिताजी का श्राद्ध है क्या। या फिर किसी के यहां औरत-बेटा का ब्याह है। जो न्यौता भेजा जा रहा है। बेफकूब आदमी है। जो न्यौता दे रहा है। अयोध्या सबका है। अगर वो अयोध्या को कब्जे में लेना चाह रहे। तो उनका थोड़े ही हो जाएगा।
इससे पहले बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के भी उस बयान पर बीजेपी ने हमला बोला था। जिसमें उन्होने कहा था कि अगर आपका पैर कट जाए, आप बीमार हो जाएं तो कहां जाएंगे, मंदिर या अस्पताल। भूख लगेगी तो मंदिर जाने से पेट भरेगा। तेजस्वी यादव के इस बयान से बीजेपी भड़क उठी थी। और तेजस्वी पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया था। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्र ने आरोप लगाया है कि गोमाता का चारा खाने वाले भक्ति भाव कैसे समझेंगे। ऐसे लोगों को सनातन का महत्व जानने के लिए अध्ययन करना चाहिए।