आज का दिन भारतवासियो के लिए बहुत खास है ,अगर दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिग होती है, भारत चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला विश्व का पहला देश बन जाएगा। आज दोपहर 2.30 बजे श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 लॉन्च होने वाला है। 23-24 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी। भारत आज अंतरिक्ष में एक और बड़ी छलांग लगाने वाला है। आज ISRO चंद्रमा के अपने तीसरे मिशन चंद्रयान-3 को लॉन्च किया जायेगा।
अब से कुछ घंटे बाद दोपहर 2:35 पर चंद्रयान-3 लॉन्च हो जाएगा। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर में 25 घंटे पहले लॉन्चिंग की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। ISRO का फैट ब्वाय कहा जाने वाला GSLV मार्क-3 रॉकेट चंद्रयान को अंतरिक्ष में लेकर जाएगा। पहले पृथ्वी के आर्बिट और उसके बाद चंद्रमा के आर्बिट में चक्कर लगाते हुए, आज से ठीक 41 दिन बाद चंद्रयान-3 की चांद की सतह पर लैंडिंग 24 से 25 अगस्त के बीच होगी।
इसरो के पूर्व वैज्ञानिक नंबी नारायणन ने दावा किया है कि अगर चंद्रयान-3 सफलता से चंद्रमा पर उतरा तो भारत को अंतरिक्ष क्षेत्र के कारोबार में हिस्सेदारी बढ़ाने का मौका मिलेगा। इस समय 60 हजार करोड़ डॉलर के आंके जा रहे इस क्षेत्र में हमारा हिस्सा महज 2 प्रतिशत है। इसके आगे बढ़ने की संभावना बढ़ेगी। भारत के मून-मैन व चंद्रयान-1 के मिशन डायरेक्टर डॉ. मायलस्वामी अन्नादुरई ने चंद्रयान-3 को बेहद अहम मिशन बताया। कहा, भारत ने चंद्रमा के परिक्रमा पथ को लेकर अपनी तकनीकी क्षमता साबित की है, अब सॉफ्ट लैंडिंग की क्षमता साबित करनी है। आज जब पूरी दुनिया फिर से चांद को देख रही है। हमें यह मिशन सफल बनाना ही होगा।